चंडीगढ़, 1 जून (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 31 अक्तूबर, 2024 तक रिटायर होने वाले पुलिसकर्मियों से समर्पण पोर्टल पर जुड़कर निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री बुधवार को चंडीगढ़ स्थित अपने निवास से ऑडियो माध्यम से प्रदेशभर के 408 पुलिसकर्मियों से संवाद कर रहे थे। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने भी दिल खोलकर मुख्यमंत्री से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि वे रिटायरमेंट के बाद समर्पण पोर्टल से जुड़कर समाज सेवा के महान कार्य में अपना योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मी बेहद संवेदनशील कार्य करते हैं। उन्हें कभी अपराधियों का सामना करना पड़ता है तो कभी दुर्घटना के दौरान लोगों की सेवा, सहायता आदि का कार्य करते हैं। जब हम मन से किसी की सेवा करते हैं तो संतुष्टि के साथ-साथ आनंद भी मिलता है। जो पुलिसकर्मी 31 अक्टूबर, 2024 तक रिटायर हो रहे हैं, उनके मन में जरूर यह भाव आता होगा कि रिटायर होने के बाद वे क्या कार्य करेंगे। सरकार ने ऐसे लोगों के लिए समर्पण पोर्टल बनाया है। इससे जुड़कर कोई भी व्यक्ति समाज सेवा के यज्ञ में अपनी आहुति दे सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी पुलिसकर्मी आज इस ऑडियो माध्यम से संवाद कर रहे हैं, वे रिटायर होने के बाद इस पोर्टल से जरूर जुड़ें। उन्होंने आह्वान किया कि ये पुलिसकर्मी दूसरों तक भी इस संदेश को पहुंचाएं और अपने साथी पुलिसकर्मियों को इस पोर्टल से जोड़ें। 2024 तक रिटायर होने वाले पुलिसकर्मी अभी से पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वे इस पोर्टल पर दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी रिटायरमेंट की तारीख डाल सकते हैं, ताकि संबंधित विभाग उनसे इस समय अवधि के बाद संपर्क कर सके। उन्होंने कहा कि समाज के हर वर्ग का समर्पण पोर्टल पर योगदान मिल रहा है। हर दिन लोग सेवा भाव से इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। अभी तक पोर्टल पर 4 हजार 600 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कर लिया है।
एससी-बीसी वर्गों के कल्याण को प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एससी-बीसी वर्गों के लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इन वर्गों के लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक सामाजिक वातावरण मुहैया करवाया गया है। वे बुधवार को चंडीगढ़ में अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग समिति की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में समिति के सदस्य विधायक ईश्वर सिंह, धर्मपाल गोंदर, रामकरण काला, लक्ष्मण नापा, राजेश नागर, सत्यप्रकाश जरावता, चिंरजीव राव, रेणू बाला व शीशपाल सिंह मौजूद थे। बैठक में समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने समिति के सदस्यों को सलाह दी कि वे भी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों को राज्य सरकार द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत व्यक्तिगत रूप से फाइल स्थानांतरित करने के बजाय पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन लाभ लेने के लिए प्रेरित करें। राशि का लाभ ऑनलाइन ट्रांसफर बेहतर है क्योंकि यह सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंचता है।