हिसार, 16 मई (हप्र)
कांग्रेस नेता व हरियाणा टैक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व न्यायिक सदस्य हरपाल सिंह बूरा ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध को तुरंत वापस लेने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने गेहूं की खरीद नहीं की और अब महंगाई का बहाना बनाकर गेहूं को मुक्त श्रेणी से प्रतिबंधित श्रेणी में डाल दिया है, जिससे किसानों को भारी हानि होगी। अगर गेहूं की पर्याप्त खरीद होती तो यह फैसला नहीं लेना पड़ता। उन्होंने कहा कि 2020-21 में भारत में गेहूं उत्पादन 10,959 करोड़ टन रहा और पिछले वित्त वर्ष में 70 लाख टन गेहूं का निर्यात किया गया था और इस वर्ष एक करोड़ टन निर्यात करने का लक्ष्य था। उन्होंने कहा कि पर्याप्त खरीद नहीं की गई क्योंकि एक मई तक भारत की गेहूं खरीद 44 प्रतिशत घटकर 1.62 लाख टन रह गई। एक साल पहले 2.88 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। आंकड़ों से पता चलता है कि सरकार ने गेहूं की खरीद कम की इसलिए यह फैसला किसानों पर थोपा गया।