दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 18 मार्च
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की तर्ज पर अब गांवों में भी काॅलोनियां विकसित होंगी। काॅलोनियां काटने का जिम्मा हरियाणा ग्रामीण विकास प्राधिकरण को सौंपा गया है। प्रदेश का पहला ग्रामीण सेक्टर पानीपत जिले के इसराना गांव में कटेगा। ग्राम पंचायत ने इसके लिए 47 एकड़ भूमि अथॉरिटी को दी है। इस सेक्टर के नक्शे को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की मंजूरी भी मिल गई है।
प्रदेश में अनुसूचित जाति व बीपीएल परिवारों को 100-100 गज़ के मुफ्त प्लॉट देने की वाली योजना फिर से शुरू करने की मांग गुहला से जजपा विधायक डॉ. ईश्वर सिंह ने की थी। यह योजना 2008 में बनाई गई थी। गांवों में पंचायती व सरप्लस भूमि पर 100-100 गज के प्लॉट काटे गए। इनमें से 54 प्रतिशत प्लॉट अनुसूचित जाति के परिवारों को अलॉट भी कर दिए गए थे। अब इनमें से 10 प्रतिशत प्लॉटों पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है।
जजपा विधायक ईश्वर सिंह ने गरीब लोगों के लिए गांवों में कॉलोनियां काटने और एससी-बीसी व गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर प्लॉट देने की मांग की। विकास एवं पंचायत मंत्री होने के नाते उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला ने सदन में ऐलान किया कि शहरों की तर्ज पर अब गांवों में भी सेक्टर विकसित किए जाएंगे। दुष्यंत ने कहा कि 2006 में एचएसवीपी की तर्ज पर हरियाणा रूरल डेवलपमेंट अथॉरिटी (एचआरडीए) का गठन किया गया। 2006 से लेकर 2019 तक इस अथॉरिटी की 2-3 बैठकें ही हुईं, लेकिन मौजूदा सरकार ने पिछले एक साल में इस अथॉरिटी की नौ बैठकें की हैं। दुष्यंत ने कहा कि इसराना ग्राम पंचायत की 47 एकड़ भूमि में प्रदेश का पहला ग्रामीण सेक्टर काटा जाएगा।
पूर्व मंत्री व तोशाम से विधायक किरण चौधरी ने पीएम आवास योजना के तहत एक भी व्यक्ति को मकान नहीं देने के आरोप लगाए। इस पर दुष्यंत ने कहा कि सरकार ने ‘हाउसिंग फॉर ऑल’ नाम से नया विभाग बनाया है। हाउसिंग से जुड़े सभी प्रोजेक्ट इसके अधीन किए गए हैं।
ऐसी मिलेंगी सुविधाएं
शहरों की तर्ज पर गांवों में विकसित होने वाले सेक्टरों में बिजली-पानी व सड़कों के अलावा स्कूल, धार्मिक स्थल, कम्युनिटी सेंटर, पार्क, खेल स्टेडियम जैसी सुविधाएं होंगी। स्ट्रीट लाइट भी सभी गलियों में होगी। ग्रामीण सेक्टरों में सीवरेज का प्रबंध भी होगा और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगेंगे। इन काॅलोनियों का पावर फीडर भी अलग से होगा। काॅलोनी क्योंकि गांव की है, ऐसे में लोग अपने पशु भी रखेंगे। ऐसे में इस कालोनी में पशुओं के लिए जोहड़ भी अलग से होगा। ग्रामीण सेक्टर में 150 से लेकर 500 वर्गगज तक के प्लाॅट काटे जाएंगे। इन प्लॉटों की अलाटमेंट में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिलेगी। दूसरे गांवों व जिलों के लोग भी अगर चाहेंगे तो प्लॉटों के लिए आवेदन कर सकेंगे। अजा, पिछड़ा वर्ग के अलावा बीपीएल परिवारों को रियायती दरों पर प्लॉट देंगे।