कैथल, 13 जून (हप्र)
हरियाणा राज्य दिव्यांगजन आयोग के आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार दिव्यांगों के लिए आरक्षित नौकरियों को भी डकार गई। इनकी जगह दूसरे लोगों को यह कहते हुए भर्ती किया गया कि दिव्यांग उपलब्ध नहीं थे। इन्हें पदोन्नति में भी आरक्षण नहीं दिया गया। भाजपा सरकार ने इन्हें यह सभी लाभ देने की व्यवस्था की है। इनकी स्थिति बहुत खराब थी और अब भी है, लेकिन अब उन्हें सुविधाएं दी जाएगी। इसके लिए काम शुरू हो चुका है। हरियाणा के दिव्यांगजन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ सोमवार को लोक निर्माण विश्राम गृह में प्रेसवार्ता के दौरान बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों की बैठक लेकर दिव्यांगजनों को दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं, सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने दिव्यांगजनों की समस्याएं भी सुनी और उनका निराकरण करने का आश्वासन भी दिया।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज तक दिव्यांगों का आंकड़ा और विवरण भी अपलोड नहीं हो पाया है। दिव्यांगता सर्टिफिकेट लेने के लिए इन्हें बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को सख्त हिदायत दी गई हैं कि शिविर लगाकर दिव्यांगों का डाटा अपलोड करें। आयुक्त ने कहा कि जिला के 45 सरकारी भवनों में से 30 में रैंप, दिव्यांग शौचालय आदि की व्यवस्था है, बाकी बचे भवनों में भी सुविधाएं मुहैया करने के निर्देश अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। जिला के दिव्यांगजनों के लिए 16 स्पेशल एजुकेटर नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिला में ऐसे दिव्यांग जो घर से बाहर नहीं आ सकते, उनके प्रशिक्षण के लिए भी एजुकेटर लगाए गए हैं, ताकि उन्हें सामान्य ज्ञान प्रदान किया जा सके। दिव्यांगजनों के पुनर्वास की समस्या को दूर करने के लिए एसडीएम अधिकृत हैं।
श्रद्धांजलि सभा में दिव्यांग को दी ट्राईसाइकिल
कैथल (हप्र) : नारायण सेवा संस्थान शाखा कैथल के प्रधान डॉ. विवेक गर्ग ने बताया कि शाखा कैथल के सह संयोजक दुर्गा प्रसाद की माता पुष्पा देवी का कुछ दिन पहले स्वर्गवास हो गया था। श्रद्धांजलि सभा में दुर्गा प्रसाद के परिवार द्वारा एक दिव्यांग बंधु जो कि पोलियो के कारण चलने में असमर्थ है, उसके जीवन को आसान करने के लिए उसे एक ट्राई साइकिल भेंट की। उन्होंने बताया कि समाज में जरूरतमंद लोगों के काम आना ही उनकी माता को एक सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने लोगों से भी ऐसे सेवा कार्य करने का अनुरोध किया, जिससे इंसान का जीवन सफल होता है। इस अवसर पर दुर्गा प्रसाद के परिवार के सभी सदस्य और नारायण सेवा संस्थान शाखा कैथल के सदस्य भी उपस्थित रहे।
दिव्यांगजन ऑनलाइन कर सकते हैं समस्या दर्ज
मक्कड़ ने कहा कि जिला में लगभग 25 हजार दिव्यांग हैं, जिनमें से 1500 अपलोड किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बाकी बचे दिव्यांगों के लिए स्पेशल कैंप लगाकर उनके दिव्यांगता प्रमाण-पत्र को जांच करके दोबारा बनवाएं और यूडीआईडी कार्ड बनाएं। कोई भी दिव्यांगजन अपनी समस्या ऑनलाइन दर्ज कर सकता है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय समिति कमेटी का गठन किया गया है, जिसमें उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, सिविल सर्जन, डिस्ट्रिक अटॉरनी, जिला प्रशासनिक, दिव्यांग संगठन प्रतिनिधि शामिल हैं।