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नौकरशाही में बढ़ रही नाराजगी, यूपीएससी से आईएएस को डीसी की सीधी पोस्टिंग नहीं

चंडीगढ़, 5 जनवरी (ट्रिन्यू) केंद्रीय लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस बनने वाले अधिकारियों को पांच से छह साल की सेवाओं के बाद किसी जिले में उपायुक्त की पोस्टिंग मिलती है, लेकिन हरियाणा में गैर राज्य...
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चंडीगढ़, 5 जनवरी (ट्रिन्यू)

केंद्रीय लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस बनने वाले अधिकारियों को पांच से छह साल की सेवाओं के बाद किसी जिले में उपायुक्त की पोस्टिंग मिलती है, लेकिन हरियाणा में गैर राज्य सिविल सेवा वर्ग से आईएएस बनकर आए अधिकारियों को दो साल में ही जिला उपायुक्त के महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां प्रदान कर दी गई हैं। इससे राज्य के सीनियर आईएएस अधिकारियों में नाराजगी बनी हुई है। उनकी दलील है कि जिला उपायुक्त जैसे पदों पर नियुक्तियां प्रदान करते समय वरिष्ठता की अनदेखा नहीं होनी चाहिए।

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हरियाणा सरकार द्वारा इसी साल एक जनवरी को प्रदेश कैडर के 2016 बैच के छह आईएएस अधिकारियों को जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड (जैग) यानी पे मैट्रिक्स के लेवल 12 में प्रमोट किया गया है, जो किसी वर्ष के आरंभ में उसी वर्ष आईएएस में नौ वर्ष की सेवा पूरी करने वाले साफ-स्वच्छ सेवा रिकार्ड वाले अधिकारियों को प्रदान किया जाता है। इनमें दो आईएएस अधिकारी अभिषेक मीणा और राहुल नरवाल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2015-16 में ली गई अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा को उत्तीर्ण कर अगस्त 2016 में सीधे आईएएस की सेवा में नियुक्त हुए थे। तब उन्हें हरियाणा कैडर अलाॅट किया गया था, हालांकि इनके अतिरिक्त चार अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें आईएएस सेवा में नियुक्त हुए केवल दो वर्ष दो माह का ही समय हुआ है। हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार के अनुसार 25 अक्तूबर 2022 को केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा हरियाणा से गैर राज्य सिविल सेवा यानी नान एचसीएस कोटे से प्रदेश सरकार के चार ग्रुप-ए अधिकारियों का चयन कर सीधे आईएएस बनाया गया था, जिनमें डा. विवेक भारती, डा. हरीश कुमार वशिष्ठ, डा. जयइंद्र सिंह छिल्लर और डा. ब्रह्मजीत सिंह रंगी शामिल हैं। हरियाणा सरकार ने इन आईएएस को नियुक्ति के दो वर्ष‌ दो माह बाद ही नौ वर्षों की आईएएस सेवा का लाभ प्रदान कर जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड में प्रमोट कर दिया गया है। उपरोक्त चारों अधिकारियों को केंद्र सरकार द्वारा अक्तूबर 2022 में आईएएस नियुक्त होने के कुछ माह बाद 2016 का बैच वर्ष अलॉट किया गया था। आईएएस में सीधे नियुक्ति से पहले डा. हरीश कुमार वशिष्ठ और डा. ब्रह्मजीत सिंह रंगी हरियाणा सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर क्लास वन अधिकारी के रूप में कार्यरत थे, जबकि विवेक भारती और जयइंद्र सिंह छिल्लर दोनों हरियाणा के उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालयों में बतौर वरिष्ठ असिस्टेंट प्रोफेसर कार्यरत थे।

पलवल और महेंद्रगढ़ जिलों में उपायुक्त तैनात

आईएएस में जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड में प्रमोशन होने के बाद यह चारों अधिकारी प्रदेश सरकार में स्पेशल सेक्रेटरी (विशेष सचिव) रैंक में आ गए हैं। वर्तमान में डा. हरीश वशिष्ठ पलवल जिले में जुलाई 2024 से और विवेक भारती महेंद्रगढ़ जिले में नवंबर 2024 से बतौर उपायुक्त तैनात हैं। भारती इससे पूर्व गत वर्ष अगस्त से नवंबर माह तक कैथल जिले में भी डीसी रह चुके हैं, जबकि ब्रह्मजीत रंगी वर्तमान में अंबाला जिले में अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला नागरिक संसाधन सूचना अधिकारी के पद पर तैनात हैं। जयइंद्र सिंह छिल्लर वित्त विभाग में अतिरिक्त सचिव और हरियाणा परिवार सुरक्षा न्यास के सीईओ के पद पर सेवाएं दे रहे हैं।

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