कुरुक्षेत्र, 21 जून (हप्र)
श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय का मंगलवार को हरियाणा गौवंश अनुसंधान केंद्र सुखदर्शनपुर (हरियाणा गौ सेवा आयोग) और नूंह के कामधेनू आरोग्य संस्थान के साथ पंचगव्य आधारित औषधियों पर रिसर्च और रोजगार स्वावलंबन के लिए गाय के गोबर आधारित खाद से औषधीय पौधे उपजाने, उनकी गुणवत्ता जांच पर काम करने के लिए एमओयू हुआ है। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव कुमार और दोनों संस्थाओं के चेयरमैन उपस्थित रहे। कुलपति डॉ. बलदेव कुमार ने संस्थाओं के कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि गौवंश के संवर्धन और उत्पाद पर मिलकर अच्छा काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों संस्थाओं के साथ मिलकर पंचगव्य के अधिकतम उपयोग पर बल दिया जाएगा। गौशाला में औषधियों के निर्माण के लिए तकनीकी योग्यता विकसित की जाएगी और गौशाला में पंचकर्म व आयुर्वेदिक ओपीडी खोलने की योजना है। इसके साथ ही आयुर्वेदिक पंचगव्य आधारित दवाइयों के शोध व मार्केटिंग पहलू पर काम करते हुए टेक्नोलॉजी विकसित की जाएगी। रिसर्च एंड इनोवेशन विभाग के वैज्ञानिक डॉ. रजनीकांत ने कहा कि पंचगव्य आधारित उत्पाद को रोजगार के अवसरों में बदला जा सकता है। इसके लिए पंचगव्य आधारित उत्पाद बनाने के लिए युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।