झज्जर, 8 सितंबर (हप्र)
भारतीय किसान संघ ने बुधवार को लघु सचिवालय पर धरना दिया व प्रदर्शन किया और बाद मेें अपनी मांगों का ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा। भारतीय किसान संघ के प्रदर्शन का नेतृत्व प्रधान सतीश छिक्कारा ने किया। धरना-प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य किसानों की फसल का एमएसपी कानून बनाने व किसानों की आय दोगुणा करने के लिए किसान हित में सरकार द्वारा फैसले लिए जाने को लेकर थी। धरना-प्रदर्शन करने से पूर्व सभी किसान यहां जिला मुख्यालय पर स्थित लघु सचिवालय में एकत्रित हुए। बाद में प्रधान सतीश छिक्कारा के नेतृत्व में ही इन किसानों ने यहां लघु सचिवालय परसिर में धरना दिया और प्रदर्शन किया। ज्ञापन सौंपने के बाद सतीश छिक्कारा ने कहा कि उनके संगठन की मुख्य मांग किसानों की फसल लागत पर लाभकारी मूल्य दिए जाने का कानून सरकार बनाए और जो भी उस लाभकारी मूल्य से नीचे किसान की फसल को खरीदे उसके खिलाफ सजा का प्रावधान हो। देश का किसान समृद्ध हो और उसकी आय दोगुनी हो। उन्होंने कहा कि किसान हित में तीनों कृषि कानून रद्द कर देने चाहिए।
सभी डीसी, एसडीएम कार्यालयों का करेंगे घेराव
हिसार (हप्र) : संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा है कि करनाल में धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ हरियाणा सरकार ने जुल्म किये, जिनकी जितनी निंदा की जाये कम है। आज भी हजारों किसानों ने अपनी मांगों को लेकर करनाल के लघु सचिवालय का घेराव कर रखा है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें हैं कि पूर्व एसडीएम को बर्खास्त करके उस पर केस दर्ज किया जाये, लाठीचार्ज में मरे किसान को शहीद का दर्जा देकर उसके परिवार को 25 लाख का मुआवजा दिया जाए। प्रधान ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी इन मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले समय में पूरे हरियाणा के सभी जिला उपायुक्तों व एसडीएम कार्यालयों का घेराव करेंगे तथा कार्यालयों में किसी व्यक्ति को न जाने देंगे और न कोई कार्य होने देंगे। दूसरी ओर किसानों को डीजल-तेल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी पर देने, नहरों में दो हफ्ते पूरा पानी, खरीफ 2020, ओलावृष्टि, सफेद मक्खी समेत कई मांगों को लेकर उपायुक्त कार्यालय पर चल रहा किसानों व मजदूरों का बेमियादी धरना जारी रहा।
लाठियों से किसानों की आवाज दबाना चाहती है सरकार
भिवानी (हप्र) : बिजली के टॉवर लगाने के विरोध में गांव निमड़ीवाली में किसानों का धरना जारी है। किसान नेता राजेंद्र डोहकी ने गांव निमड़ीवाली में पिछले 84 दिनों से धरने पर बैठे किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। इसके विरोध में देशभर का किसान विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर बैठने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि सरकार सोचती है कि किसानों पर लाठियां बरसाकर उनकी आवाज को दबाया जा सकता है तो सरकार को अपना भ्रम निकाल देना चाहिए, क्योंंकि किसान को अपना हक मिलने से तक संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि कंपनी व प्रशासन द्वारा गांव निमड़ीवाली के किसानों से उसकी जमीन छीनने का साजिश रची जा रही हैं, जिसे किसान किसी भी सूरत में पूरा नहीं होने देंगे। करनाल में प्रदर्शन के चलते निमड़ीवाली में होने वाली किसान महापंचायत रद्द कर दी गई है।