सोनीपत, 18 मई (हप्र)
रेमडेसिविर के 6 इंजेक्शन 2.15 लाख रुपये में बेचने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे इंजेक्शन उपलब्ध कराने वाले निजी अस्पताल के कर्मी और उसे कर्मी से आगे इंजेक्शन खरीदने के आरोप में बीडीएस डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों को दो दिन के रिमांड पर लिया है। वहीं एक निजी अस्पताल कर्मी का नाम भी सामने आया है। अब उसकी गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।
मामले के अनुसार, विशाल नगर निवासी जूता व्यापारी जगपाल ने सोमवार को मुरथल थाना पुलिस को बताया कि उनके पिता विरेंद्र सिंह संक्रमित हुए तो उन्होंने उन्हें घर में ही आईसोलेशन में रखा था। उनके लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत हुई तो 4 मई को मुरथल निवासी प्रवीन कुमार से छह इंजेक्शन 2.15 लाख रुपये में लिए थे। वह घर गए तो उनके पिता का निधन हो चुका था। उन्होंने प्रवीन को इंजेक्शन दो दिन बाद वापस कर दिए थे। उसके बावजूद अभी तक उन्हें पैसे नहीं दिए गए।
मुरथल थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिस पर मामले की जांच सीआईए को सौंपी गई। सीआईए की टीम ने प्रवीन को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। वह मेडिकल रेप्रजेंटेटिव है। उसने बताया कि वह इंजेक्शन गांव पुरखास के जोगेंद्र से लेकर आया था। वह कुमासपुर के पास अस्पताल में कर्मी है। पुलिस ने मामले में मंगलवार को जोगेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया। उसने प्रवीन को इंजेक्शन देने की बात कही है।
साथ ही, उसने बताया कि उसने इंजेक्शन बहालगढ़ रोड पर स्थित डेंटल क्लीनिक के डॉक्टर को बेच दिए हैं। पुलिस ने सेक्टर-12 के डॉ. रोहित को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसने पूछताछ में 20 हजार रुपये में इंजेक्शन खरीदने की बात कही है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने व इंजेक्शन वापस करने पर पैसे नहीं लौटाकर धमकी देने के आरोपी को पकड़ लिया गया। उसके बाद बीडीएस चिकित्सक समेत एक निजी अस्पताल कर्मी गिरफ्तार हुआ है। अन्य को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इस मामले में भी पूरी चेन सामने लाई जाएगी।
-रवींद्र कुमार, सीआईए-1 थाना प्रभारी।