रेवाड़ी, 4 जुलाई (हप्र)
आखिर वह घड़ी आ गई, जिसका काफी समय से किसानों व ग्रामीणों को इंतजार था। जिले के गांव माजरा में बनने वाले एम्स प्रोजेक्ट निर्माण कार्य के लिए जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। जैसे यह प्रक्रिया शुरू करने के लिए डीसी व राजस्व विभाग के अधिकारी जिले के कस्बा कुंड स्थित आईटीआई परिसर में बनाए गए केंद्र पर पहुंचे तो ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। एम्स के लिए जमीन दाताओं ने रजिस्ट्री सोमवार को सरकार के नाम कराई। डीसी अशोक कुमार गर्ग ने रजिस्ट्री कराने वाले ग्रामीणों का मिठाई खिलाकर स्वागत किया। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के उपनिदेशक डा. नरेश कुमार भी उपस्थित थे। गौरतलब है कि रजिस्ट्री न होने व मुआवजा नहीं मिलने के कारण गठित एम्स बनाओ संघर्ष समिति ने 10 जुलाई तक का समय दिया था। दी गई इस चेतावनी में कहा गया था कि यदि इस तिथि से पूर्व रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी जाएगी।
डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू होने से माजरा एम्स निर्माण के पहले चरण की विधिवत शुरुआत हो गई है। एम्स निर्माण एक ऐतिहासिक कार्य है, जिसे वर्षों तक याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को उनके घर द्वार के समीप ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू मालिकों को रजिस्ट्री प्रक्रिया में किसी प्रकार की परेशानी न आए, इसके लिए तय समय में रजिस्ट्री कराई जाए।
इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद रविन्द्र यादव, डीआरओ राकेश कुमार, तहसीलदार प्रदीप देशवाल, जितेंद्र सिंह यादव, यशवंत प्रधान, विनोद कुमार, मंजीत सिंह, विपिन यादव, दिलबाग सिंह, देशराज सिंह आदि मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने बनाया विजय चिन्ह
भूमि की रजिस्ट्री होने पर ग्रामीणों ने जताई खुशी: प्रशासन की ओर एम्स प्रोजेक्ट के लिए जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू होने पर ग्रामीणों के चेहरे खुशी से खिल उठे। रजिस्ट्री कराने आए भू मालिकों ने विक्ट्री का चिन्ह बनाकर खुशी प्रकट की। एम्स निर्माण समिति के अध्यक्ष जगदीश चंद्र ने बताया कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होना, इस क्षेत्र के लिए किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है। सबसे पहले गांव माजरा के बाबूलाल ने जमीन की रजिस्ट्री कराई।