अम्बाला, 12 जुलाई (निस)
जिले की तीन उप तहसीलों में काम भगवान भरोसे चल रहा है। क्योंकि इन उप तहसीलों में न तो नायब तहसीलदार स्थाई तौर पर हैं और न ही कर्मचारियों का कोई अता पता होता है।
जिले के राजस्व अधिकारी को इस बारे में लोग शिकायत कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
बहुत से लोगों ने रजिस्ट्रियों के लिए अपॉइंटमेंट ले रखी है लेकिन तहसीलदार न होने की वजह से रजिस्ट्री आज तक नहीं हो पा रही हैं।
पिछले सप्ताह साहा उप तहसील में आसपास के ग्रामीणों ने हंगामा किया था तो आज शहजादपुर में खूब हंगामा हुआ। लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने जमीनों की खरीद-फरोख्त के लिए भुगतान तक दे दिए हैं क्योंकि अपॉइंटमेंट मिल चुकी थी लेकिन ऐन मौके पर पता चलता है कि नायब तहसीलदार आज छुट्टी पर हैं।
जिन उप तहसीलों में यह हालात बने हुए हैं उनमें साहा, शहजादपुर व मुलाना की उप तहसीलें हैं। साहा अम्बाला छावनी तहसील का हिस्सा है तो मुलाना बराड़ा तहसील से जुड़ा इलाका है। इसी तरह सहजादपुर नारायणगढ़ तहसील से जुड़ा हुआ क्षेत्र है । लेकिन इन तीनों तहसीलों में अब स्टाफ की भारी कमी पड़ चुकी है।
पिछले सप्ताह साहा उप तहसील में ग्रामीणों ने इसलिए हंगामा किया था कि यहां उनकी जमीनों की रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रही थी। आज शहजादपुर में भी लोगों ने खूब हंगामा किया।
ग्रामीणों का कहना था कि आज का दिन उनकी जमीन की रजिस्ट्रेशन का था लेकिन ऐन मौके पर लोगों को पता चला कि आज फिर नायब तहसीलदार नहीं आएंगे क्योंकि उनका तबादला हो चुका है।
जबकि पिछली तारीख पर शहजादपुर में नायब तहसीलदार मात्र 1 घंटे के लिए सीट पर बैठे थे।
जिसके बाद वहां खूब हंगामा हुआ था और अंत में नायब तहसीलदार बिना किसी रजिस्ट्रेशन के उठ कर चले गए थे।
साहा तहसील में भी पिछले सप्ताह ये हालात बने और लोगों ने इसकी शिकायत उपायुक्त अम्बाला तथा जिला राजस्व अधिकारी अम्बाला से की थी लेकिन कोई सुधार नहीं हो चुका है।
राजस्व मंत्री से मिलेंगे लोग
इसी बीच किसान जयवीर सिंह, सतवीर सिंह व साहा उप तहसील से जुड़े सतीश शर्मा व प्रदीप शर्मा आदि ने कहा कि उन सभी ने प्रदेश के राजस्व मंत्री से इस बाबत मिलने का समय लिया है ताकि उनकी जानकारी में अम्बाला जिले के राजस्व सिस्टम की खामियां लाई जा सकें।