शाहाबाद मारकंडा (निस) :
देश भर में स्थित 435 सहकारी चीनी मिलों में तकनीकी दक्षता में सर्वोच्च प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली शाहाबाद सहकारी चीनी मिल पुन: इतिहास दोहराने की दिशा में अग्रसर है। मिल के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सतिंद्र सिवाच ने आज अपने प्रशासनिक कार्यालय में बताया कि हाल ही में समाप्त हुए गन्ना पिराई सत्र 2021-22 के दौरान मिल ने 19 करोड़ 3 लाख रुपए मूल्य की 4 करोड़ 84 लाख 88 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन कर अपना योगदान दिया। उन्होंने बताया कि मिल ने इसी पिराई सत्र में 263 करोड़ रुपए मूल्य का 73 लाख 14 हजार क्विंटल गन्ना खरीद कर लगभग 7 लाख 30 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया। प्रदेश की सभी सहकारी क्षेत्र की 11 चीनी मिलों में एकमात्र मिल है जिसने वर्ष 2021-22 के हाल के पिराई सत्र में चीनी रिकवरी में बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर आंकड़ा छुआ जो 10.10 प्रतिशत रहा।