देशभर में गेहूं का रिकाॅर्ड उत्पादन, लक्ष्य से 2.1 मिलियन टन ज्यादा
रमेश सरोए/ हप्र
करनाल,11 जून
देशभर में गेहूं का रिकाॅर्ड तोड़ उत्पादन हुआ है। गेहूं की पैदावार ने इस वर्ष पिछले वर्षों के सभी रिकाॅर्ड ध्वस्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। देश में गेहूं का उत्पादन लक्ष्य से 2.1 मिलियन टन ज्यादा रहा। जिससे कृषि वैज्ञानिक व किसान खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। गेहूं की बंपर पैदावार से देश के अन्न भंडार भर गए हैं। यहां तक की प्राइवेट खरीदारों ने जो खरीद के लक्ष्य निर्धारित किए थे, वे भी पूरे हो गए। इसके अलावा किसानों ने अपने पास भी कुछ गेहूं का स्टॉक रखा है। भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान करनाल के डायरेक्टर डॉ. रतन तिवारी ने बताया कि भारत सरकार ने इस वर्ष गेहूं उत्पादन का लक्ष्य 115.4 मिलियन टन निर्धारित किया था, जो न केवल पूरा हुआ बल्कि टारगेट से 2.1 मिलियन ज्यादा हुआ अर्थात 117.5 मिलियन टन का उत्पादन हुआ है। अगर पिछले साल की बात करें तो गेहूं उत्पादन का 113.29 मिलियन टन उत्पादन हुआ था। अगर पिछले साल की बात करें तो इस वर्ष 4.21 मिलियन टन ज्यादा उत्पादन हुआ है।
निदेशक ने बताया कि रिकाॅर्ड उत्पादन के पीछे कई कारण अहम रहे, इनमें इस बार प्रकृति किसानों पर मेहरबान रही, फसल में बीमारियां का प्रकोप नहीं रहा। इसके अलावा संस्थान द्वारा ईजाद की गई वैरायटियों ने हर साल की तरह इस बार भी काफी बेहतर प्रदर्शन किया। मौसम अनुकूल गेहूं की किस्मों ने किसानों की झोलियां भरी है। निदेशक डॉ. तिवारी ने बताया कि देशभर से फाइनल आकड़े आ चुके है, जो बहुत अच्छे है। जिनके बारे में पहले 2 फेज के आए आकड़ों से अनुमान लगाया जा रहा था।
बंपर पैदावार से किसान उत्साहित
गेहूं के बंपर उत्पादन से किसान काफी उत्साहित नजर आ रहे है, क्योंकि जब किसानों के खेतों में बंपर फसल होती तो किसान की आर्थिक स्थिति में काफी ज्यादा सुधार होता है। किसानों ने फसल की काफी अच्छी तरह से देखभाल की है साथ ही प्रकृति ने पूरा साथ दिया है। जिन सबकी बदौलत पूरे देश में गेहूं का रिकाॅर्ड उत्पादन हुआ है। किसानों की मेहनत और वैज्ञानिकों द्वारा ईजाद मौसम के अनुकूल किस्मों की बदौलत भारत के अन्न भंडार भर रहे हैं।