दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 18 जुलाई
हरियाणा कांग्रेस के सभी मौजूदा व पूर्व विधायकों को अपनी जेब ढीली करनी होगी। विधायकों को एक माह का वेतन और पूर्व विधायकों को पेंशन पार्टी फंड में जमा करवाने के आदेश जारी किए गए हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान ने इसके लिए लिखित में निर्देश जारी किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ़ मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली कमेटी की सिफारिशों के तहत सभी सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों को हर साल एक माह का वेतन या पेंशन पार्टी फंड में जमा करवानी होती है।
कांग्रेस की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। ऐसे में अब मनमोहन सिंह कमेटी की सिफारिशों पर अमल शुरू करने का निर्णय हुआ है। माना जा रहा है कि अब चूंकि विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को फ्री-हैंड मिला हुआ है, इसलिए सभी विधायक व पूर्व विधायक अपना वेतन व पेंशन जमा करवाने में किसी तरह की आनाकानी नहीं करेंगे। यह बात अलग है कि डॉ़ अशोक तंवर और उनके बाद कुमारी सैलजा के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भी यह कवायद हुई थी।
असंध विधायक शमशेर सिंह गोगी अकेले ऐसे विधायक हैं, जो विधायक बनने के बाद से अब तक साल में एक माह का वेतन पार्टी फंड में जमा करवाते आ रहे हैं। मौजूदा विधायकों के अलावा पूर्व विधायकों ने भी कभी जेब ढीली नहीं की। पार्टी की गतिविधियों को जारी रखने के लिए पैसे की जरूरत पड़ेगी। इसी सोच के साथ अध्यक्ष ने यह चिट्ठी लिखी है। सांसदों व पूर्व सांसदों को एक माह का वेतन व पेंशन राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी फंड में जमा करवानी होती है।
हालांकि, लोकसभा व विधानसभा चुनाव में टिकट आवंटन के दौरान बकाया की वसूली का प्रावधान है। सूत्रों का कहना है कि अब पार्टी ने तय किया है कि उन विधायकों व पूर्व विधायकों को संगठन में जगह नहीं दी जाएगी, जिन पर फंड का बकाया होगा। ऐसे नेताओं को टिकट मिलने में भी परेशानी आएगी। पार्टी ने एक राहत यह दी है कि पिछले वर्षों का बकाया लेने की बजाय इस साल से ही वेतन और पेंशन पार्टी फंड में जमा करवाने की शुरुआत की है। पार्टी संगठन बनाने का काम चल रहा है। कुछ विधायक जहां खुद संगठन में एडजस्ट होने के इच्छुक हैं, वहीं बड़ी संख्या में विधायक अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। बताते हैं कि विधायकों के करीबियों व समर्थकों को भी संगठन में तभी जगह मिलेगी, जब वे अपना एक माह का वेतन और पूर्व विधायक एक माह की पेंशन पार्टी फंड में जमा करवा देंगे।
21 को दिल्ली-चंडीगढ़ में प्रदर्शन
ईडी की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिए गए नोटिस के विरोध में प्रदेश कांग्रेस ने 21 जुलाई को नयी दिल्ली और चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने का फैसला किया है। इसी दिन ईडी सोनिया से पूछताछ करेगा। हरियाणा कांग्रेस ने एनसीआर के अंतर्गत आने वाले 11 जिलों पलवल, फरीदाबाद, नूंह, रेवाड़ी, गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, रोहतक, सोनीपत व महेंद्रगढ़ व चरखी दादरी के नेताओं को दिल्ली में प्रदर्शन करने को कहा है। बाकी जिलों के नेता चंडीगढ़ में ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेंगे। 22 जुलाई को सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन होंगे। इनका नेतृत्व हाल ही में नियुक्त किए गए जिला प्रभारी करेंगे।
सभी मौजूदा व पूर्व विधायकों को पार्टी फंड में एक माह का वेतन और पेंशन जमा करवाने को कहा गया है। मनमोहन सिंह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार उन्हें यह पैसा जमा करवाना होता है। पिछले बकाया का कोई मतलब नहीं है। अब नए सिरे से इसकी शुरुआत होगी।
-चौ. उदयभान, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष