चंडीगढ़, 20 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के विधायकों को मिल रही धमकी और नूंह जिले के पचगांव में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की हत्या को विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने गंभीरता से लिया है। इस सिलसिले में उन्होंने बुधवार को पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, एडीजीपी (कानून व्यवस्था) संदीप खिरवार और आईजी (सुरक्षा) सौरभ सिंह के साथ बैठक की। उन्होंने विधायकों की सुरक्षा और प्रदेश में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए अगर कानून बदलने या उनमें सुधार की भी जरूरत है तो तुरंत सुझाव दें। उन्होंने कहा कि इसके लिए कठोरतम कानून भी बनाए जा सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने विधायकों की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों के प्रशिक्षण पर भी जोर दिया है। उन्होंने डीजीपी और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को कहा कि इसके लिए कानूनों में संशोधन के सुझाव भी दें। अगर कानूनों में किसी कमी के कारण अपराधियों के हौसले बढ़ रहे हैं, तो हमें उनकी तुरंत समीक्षा करनी होगी। इसके लिए पुलिस विभाग ठोस सुझाव दें। गुप्ता ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों के पास उपलब्ध हथियारों की भी समीक्षा की जरूरत है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि यह तय करना होगा कि सुरक्षाकर्मी आधुनिक हथियारों से लैस हो। उन्होंने कहा कि विधायक लोकतंत्र के आधार स्तंभ हैं। जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी देने वाले सीधे-सीधे लोकतांत्रिक व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हाेनी चाहिए।
विधायकों की सुरक्षा कड़ी करनी होगी
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा के लिए पुलिस को चाक-चौबंद रहना होगा। साथ प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त करनी होगी। नूंह जिले के पचगांव में खनन माफियाओं ने जिस प्रकार की वारदात को अंजाम दिया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकार की वारदात दोबारा न हो इसके लिए पुलिस को अतिरिक्त ध्यान देना होगा।