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रावण दहन आंतरिक, सामाजिक कुरीतियों के विनाश का प्रतीक : सरवारा

विजयादशमी के पर्व पर अंबाला छावनी के लालकुर्ती बाजार में मुख्य अतिथि के रूप में युवा नेता चित्रा सरवारा ने शिरकत की। इस बार लालकुर्ती के स्थानीय बच्चों सुधांशु, अखिल, माधव, करण, अर्जुन, मोनू, बब्बू, नमन, रजत, छोटू, पंकुर...

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विजयादशमी के पर्व पर अंबाला छावनी के लालकुर्ती बाजार में मुख्य अतिथि के रूप में युवा नेता चित्रा सरवारा ने शिरकत की। इस बार लालकुर्ती के स्थानीय बच्चों सुधांशु, अखिल, माधव, करण, अर्जुन, मोनू, बब्बू, नमन, रजत, छोटू, पंकुर इत्यादि ने पुतला तैयार किया। बच्चों द्वारा तैयार किये गए रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। बच्चों द्वारा तैयार किये गए पुतले ऐसे थे मानो किसी बड़े कलाकार ने इन पुतलों को तैयार किया हो। इस अवसर पर चित्रा ने लालकुर्ती युवा रामलीला कमेटी को इस भव्य कार्यक्रम के लिए बधाई भी दी। इस अवसर पर चित्रा ने स्थानीय लोगों व मेले में शिरकत करने आये लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि यह पर्व केवल आतिशबाज़ी और पुतलों के दहन का दिन नहीं, बल्कि आत्ममंथन के साथ-साथ आंतरिक व सामाजिक विकारों के दहन का प्रतीक और अवसर है। इस अवसर पर युवा रामलीला कमेटी के प्रधान ललित कुमार शानू, कमेटी के चेयरमैन लेखराज, संजय कुमार, मोहनलाल, चिरंजी लाल, ध्येन्दर ठाकुर, सुशील कुमार, राकेश यादव, गुलशन कुमार इत्यादि भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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