यमुनानगर, 11 फरवरी (हप्र)
हरियाणा में अपनी पारिवारिक आय और ज़मीन कम दिखा कर गरीबों के मुंह से निवाला छीनने वालों की कमी नहीं है। यमुनानगर में गांव बपोली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। एक समाजसेवी ने इसकी शिकायत की और जांच में मात्र 1 गांव के 9 परिवार ऐसे पाए गए जो लंबे समय से खुद को गरीबी रेखा से नीचे दिखाकर गरीबों का राशन हड़प रहे थे। यब सब कुछ खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों व राशन डिपो होल्डर की मिलीभगत से चल रहा था। मामला प्रकाश में आने के बाद डिपो होल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं अधिकारियों से रिकवरी की भी तैयारी की जा रही है। बपोली के ही शरण कुमार ने पुलिस को शिकायत दी थी कि गांव में बहुत से फर्जी आधार कार्ड व राशन कार्ड बने हुए हैं। यह लोग सरकार से राशन ले रहे हैं, इसमें डिपो होल्डर और विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत है। आरोप था कि इस फर्जीवाड़े से सरकार को साल में करीब 30 लाख का नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गांव में कई लोगों के दो- दो आधार कार्ड, दो राशन कार्ड बने हुए हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर सोनू कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया कि 17 राशन कार्ड व नौ राशन कार्ड धारक ऐसे मिले जिनके पास जमीन ज्यादा थी लेकिन उसे कम दिखाकर वे राशन लेने के पात्र बन गये थे।