अम्बाला शहर, 31 जुलाई (हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के नेतृत्व में किसानों ने जीटी रोड अम्बाला शहर पर शंभू टोल के पास 2 घंटे तक धरना दिया। इस दौरान शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि दी गई और सरकार विरोधी भाषण दिए गए। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान विरोधी दर्शाते हुए उनका पुतला फूंका। चढूनी गुट आज के आंदोलन में शामिल नहीं हुआ।
इस मौके पर भाकियू शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमर जीत सिंह मोहड़ी, कोर कमेटी के वजिंद्र सिंह कंबोज, जय सिंह जलबेड़ा, सुखिविंद्र सिंह जलबेड़ा, एसकेएम से गुलाब सिंह मानकपुर व आप नेता मक्खन सिंह लबाना प्रमुख रूप से मौजूद रहे। किसानों द्वारा दिए गए धरने में महिलाएं भी शामिल रहीं। आज का आंदोलन जहां 3 घंटे चलना था उसे तीज के कारण मात्र 2 घंटे में ही समाप्त कर दिया गया। अमरजीत सिंह आदि नेताओं ने कहा कि एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत अन्य लंबित मांगें पूरी न होने से नाराज संयुक्त किसान मोर्चा ने आज भारत बंद करने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में किसानों ने आज नेशनल हाइवे पर सुबह 11 से दोपहर बाद 3 बजे तक 4 घंटे धरना देते हुए चक्का जाम करना था लेकिन तीज के त्योहार को देखते हुए सांकेतिक रूप से धरना देकर और पीएम का पुतला फूंक कर किसानों ने अपना रोष जताया।
शहीद भगत सिंह भारतीय किसान यूनियन समेत अन्य ग्रुपों से जुड़े किसानों ने पहले शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि दी और फिर धरना प्रारंभ कर दिया। इस दौरान किसानोंं ने न तो चक्का जाम की कोशिश की और न ही टोल फ्री करवाने की कोशिश की। एसकेएम किसान नेताओं ने कहा कि सरकार की तरफ से किसानों के खिलाफ एक नई नीति लागू की जा रही है जिसमें जुमला मालकान जमीनों, मुसतरका जमीनों जिनके इंतकाल किसानों के नाम हैं, उनको रद्द करके वापस सरकार को दी जा रही है। साथ ही अभी तक किसानों पर बनाए गए मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं। एमएसपी पर बात नहीं की जा रही। एसकेएम नेताओं ने बताया कि इन्हीं सब मुद्दों को लेकर अब वे 5 अगस्त को डीसी कार्यालय के समक्ष धरना देकर ज्ञापन देंगे और 9 अगस्त को कैथल में 4 यूनियनों के सम्मेलन में आगामी रणनीति बनाएंगे। किसानों ने कहा कि आज के आंदोलन के लिए जब टीमें गांवों में जनसंपक्र के लिए गइ्रग तो किसानों ने एसकेएम को अपना पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। यदि सरकार आज के धरने से भी नहीं चेती तो भविष्य में किसान बड़ा आंदोलन करने से नहीं हिचकिचाएंगे।
चढूनी ग्रुप ने आंदोलन से बनायी दूरी
भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने एसकेएम के आज के आंदोलन से पूरी तरह से दूरी बनाकर रखी। चढूनी ग्रुप की ओर से एक संदेश शेयर किया गया है जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 31 जुलाई को भारत बंद की कॉल दी है। उसमें उनकी यूनियन का कोई भी किसान हिस्सा नहीं लेगा। चढूनी ग्रुप ने सरकार द्वारा देह शामलात व जुमला मुश्तरका मालकान भूमि वापस लेने को लेकर दिए आदेशों के खिलाफ 5 अगस्त को महापंचायत करने का निर्णय लिया है। यह महापंचायत गुरनाम सिंह चढूनी की अध्यक्षता में गांव बाढड़ा में होगी।