नारनौंद, 27 अप्रैल (निस)
हड़प्पाकालीन सभ्यता को लेकर ऐतिहासिक गांव राखीगढ़ी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। खुदाई के दौरान टीले नंबर सात पर एक मानव का कंकाल मिला है। इस कंकाल को पूरी सावधानी के साथ निकालकर साइट के पास ही बन रहे म्यूजियम में रखने की योजना पर कार्य किया जा रहा है ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक कंकाल को देख सके। क्योंकि जो भी पर्यटक बाहर से आते हैं खुदाई के बाद देखने के लिए इन टीलों पर कुछ नहीं होता। इसलिए इस कंकाल को म्यूजियम में रखा जाएगा। अगर कंकाल सही तरीके से संरक्षित करके रखा जाएगा तो पुरातत्व विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी, क्योंकि अभी तक एक भी कंकाल पूरा नहीं उठाया गया है। जो कंकाल पहले उठाए गए हैं उन्हें दोबारा से री-सेट करके रखा गया है। इससे पहले सनौली में खुदाई के दौरान कंकाल उठाया गया था।
राखी गढ़ी के टीला नंबर सात पर पहले भी खुदाई के दौरान काफी कंकाल मिले चुके हैं। उनके डीएनए से ही पता चला था कि यह करीब पांच हजार वर्ष पुरानी सभ्यता के कंकाल हैं। इस बार भी टीला नंबर सात पर खुदाई के दौरान एक कंकाल मिला है। कंकाल के पास शंख की अलग-अलग प्रकार की चूड़ियां भी पाई गई है। पुरातत्वविद इस पर गहरा मंथन करने में जुटे हुए हैं कि जो चूड़ियां कंकाल के पास मिली हैं, वे इसी की है या अन्य किसी महिला की, क्योंकि आज भी कहीं-कहीं परंपरा है कि जब भी किसी महिला के पति की मृत्यु होती है तो वह चूड़ियां तोड़कर उसके पास रखती है। शायद वह परंपरा पहले भी हो या हो सकता हो पहले व्यक्ति हाथों में ज्यादा कड़े पहनते हो।
मंथन में जुटा पुरातत्व विभाग : पूरे कंकाल को टीले से उठाकर म्यूजियम में रखना पुरातत्व विभाग के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। इसके लिए लगातार पुरातत्व विभाग के अधिकारी अलग-अलग योजना पर कार्य करने मंथन में जुटे हुए हैं। अधिकारी कोई भी रिस्क लेने के मूड में नहीं है, क्योंकि सही तरीके से निकालकर म्यूजियम में रखेंगे तो यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की बड़ी सफलता होगी।
कंकाल का सिर दक्षिण दिशा की तरफ : राखीगढ़ी में 17 फरवरी से खुदाई का कार्य चल रहा है। खुदाई के दौरान टीला नंबर सात से एक मानव का कंकाल मिला है। कंकाल का सिर दक्षिण दिशा की तरफ है और उसके सिर की तरफ अलग-अलग प्रकार के 18 मिट्टी के बर्तन रखे हुए हैं। इस कंकाल का डीएनए भी लिया जाएगा। उसके बाद ये पता चलेगा की यह कितने वर्ष पुराना है और इसकी उम्र कितने वर्ष थी। कंकाल के दांतों की भी जांच की जाएगी उसे पता चलेगा कि वह कैसा खाना खाता था। मांसाहारी था या शाकाहारी और उसका सेक्स क्या था।
पूरा कंकाल उठाकर रखेंगे म्यूजियम में : डा. मंजुल
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अपर महानिदेशक पुरातत्व डॉ. संजय कुमार मंजुल ने बताया कि कंकाल को उठाने के लिए मंथन किया जा रहा है। अब तक राखीगढ़ी में किसी भी कंकाल को पूरा नहीं उठाया गया। ये पूरा कंकाल उठाकर म्यूजियम में रखा जाएगा, ताकि बाहर से आने वाले पर्यटक कंकाल को भी देख सके।