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रशिया से पहुंची राजयोगिनी संतोष ने कराया राजयोग का अभ्यास

पानीपत, 6 अक्तूबर (वाप्र) थिराना में स्थित ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर में योग तपस्या का कार्यक्रम चलाया। रशिया सेंट पीटर्सबर्ग की निदेशिका तपस्विनी बीके संतोष ने इस योग भट्टी का संचालन किया। पानीपत सब जॉन इंचार्ज राजयोगिनी सरला ने कार्यक्रम...

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पानीपत में रश्यिा से आई ब्रह्मकुमारी प्रवचन करते हुए। -वाप्र
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पानीपत, 6 अक्तूबर (वाप्र)

थिराना में स्थित ज्ञान मानसरोवर रिट्रीट सेंटर में योग तपस्या का कार्यक्रम चलाया। रशिया सेंट पीटर्सबर्ग की निदेशिका तपस्विनी बीके संतोष ने इस योग भट्टी का संचालन किया। पानीपत सब जॉन इंचार्ज राजयोगिनी सरला ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

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इस कार्यक्रम में योग साधना की गई। ज्ञान मानसरोवर निदेशक भारत भूषण ने विदेश से पहुंची बीके संतोष का परिचय करवाया। करीब 2 घंटा योग साधना चली और बीच-बीच में प्रवचन भी चलता रहा।

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ब्रह्माकुमारी संतोष ने कहा की योग तपस्या से हमारी आंतरिक शक्ति बढ़ती है और व्यक्तित्व निखरता है। जन्म-जन्म के जो विकर्मो का बोझ है वह योग भट्टी में तपने से भस्म हो जाता है। यह मेडिटेशन करने के तुरंत मन में बहुत हल्कापन महसूस होता है। उन्होंने कहा कि विदेश में भारत के इस प्राचीन राजयोग पद्धति को सीखने के लिए सैकड़ों लोग आते हैं।

वहां इस योग की बहुत महिमा है। राजयोग के अभ्यास से अनेक रशियन लोगों ने अपने जीवन में श्रेष्ठ सकारात्मक परिवर्तन लाया है।

हजारों लोग इस योग से प्रभावित होकर शाकाहारी जीवन व्यतीत करने लगे हैं।

सुबह जल्दी उठना और रात को समय पर सो जाना इस श्रेष्ठ दिनचर्या को उन्होंने अपनाया है। राजयोगी भारत भूषण ने कहा की ब्रह्माकुमारी संस्था के 140 देशों में करीब 9 हजार सेवाकेंद्र स्थापित हो चुके हैं और वहां हजारों लाखों विदेशी भाई-बहनें नैतिक मूल्यों पर आधारित अपने जीवन को श्रेष्ठ बना रहे हैं।

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