कैथल, 16 जुलाई (हप्र)
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने कुरुक्षेत्र रोड पर लगाई सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आगे जातिसूचक गुर्जर शब्द लिखने पर कड़ा ऐतराज जताया है।
रविवार को हनुमान वाटिका में आयोजित बैठक में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर पर राजपूत समाज के वीर पुरुषों के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
बैठक में भाग लेने वाले अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेशाध्यक्ष विनोद राणा, मुकेश एडवोकेट, सलिन्द्र राणा, चंदन यमुनानगर, मेहर सिंह करनाल, विकास राणा, महीपाल राणा दुमाड़ा आदि ने गुजर्र समाज पर क्षत्रियों का इतिहास चुराने का भी आरोप लगाया। बैठक के बाद क्षत्रिय महासभा ने प्रधानमंत्री, राज्यपाल मुख्यमंत्री के नाम डीसी जगदीश शर्मा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि गुर्जर समाज राजपूत समाज के इतिहास को तोड़-मरोड़ कर उनके वीर पुरुषों की जाति बदलने का प्रयास कर रहा है।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर इस मामले में उनका सहयोग कर रहे हैं। ऐसे कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप पर पहुंचकर सामाजिक भाईचारा तोड़ने का काम कर रहे हैं।
कुरुक्षेत्र रोड चौराहे पर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण 20 जुलाई को होना तय हो गया है। इस प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द
को हटाकर हिंदू सम्राट मिहिर भोज लिखा जाए।
राजपूत समाज ने आग्रह किया है कि महापुरुष सभी के साझे होते हैं, किसी जाति विशेष के नहीं होते। अगर 18 जुलाई तक प्रतिमा के आगे गुर्जर शब्द नहीं हटाया गया तो राजपूत समाज 19 जुलाई से कुरुक्षेत्र क्षेत्र रोड चौराहे पर प्रतिमा के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देगा।
‘गांव में नहीं घुसने देंगे भाजपा नेताओं को’
विनोद राणा का आरोप है कि भाजपा सरकार में बैठे नेता इतिहास को वोटों से जोड़ रहे हैं। वे चाहते हैं कि समाज के महापुरुषों को एक विशेष जाति में बांटकर वोट हथिया लेंगे।
यश प्रताप सिंह सहारनपुर ने कहा कि कुछ राजीतिक ताकतें आपस में दो समुदायों को टकराव करवा रही हैं। सलिन्द्र प्रताप राणा व प्रदीप राघव बात्ता ने कहा कि अन्य राज्यों से भी राजपूत समाज के लोग 19 जुलाई को होने वाले प्रदर्शन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनका साथ नहीं दिया तो वे भाजपा के किसी भी नेता को गांव में घुसने नहीं देंगे।