सोनीपत, 12 जुलाई (हप्र)
यमुना नदी के उफान पर होने के कारण यमुना किनारे गांव जाजल में बने नगर निगम के रेनीवेल पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। इससे शहर के पूर्वी क्षेत्र में करीब 14 वार्डों में जाजल रेनीवेल से होने वाली पेयजल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। मेयर निखिल मदान ने बुधवार को निगम आयुक्त विश्राम मीणा और निगम अधिकारियों के साथ जाजल रेनीवेल का जायजा लेने के बाद ट्यूबवैलों से पेयजल आपूर्ति कराने का निर्णय लिया ताकि शहरवासियों को परेशानी से बचाया जा सके।
मेयर मदान ने बताया कि जाजल रेनीवेल से पेयजल आपूर्ति बंद होने के कारण शहर के पूर्वी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बंद हो गई अब नगर निगम द्वारा शहर में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए ट्यूबवैल और पानी के टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इसलिए सभी शहरवासियों से अनुरोध करते हैं कि इस प्राकृतिक आपदा के खत्म होने और स्थिति सामान्य होने तक कम से कम पानी का उपयोग करते हुए सहयोग दें। मुरथल जलघर में 8 ट्यूबवैल लगे हुए हैं, सभी ट्यूबवैल को चालू करने के प्रयास जारी है।
पार्षदों के साथ चर्चा
मेयर ने पेयजल संकट को लेकर निगम कार्यालय में निगम पार्षदों व अधिकारियों के साथ बैठक कर पेयजल आपूर्ति बहाल करने पर चर्चा की। बैठक में पार्षद सुरेंद्र मदान, सुरेंद्र नैय्यर, हरि प्रकाश सैनी, पार्षद प्रतिनिधि महेश लूथरा, संजीव वलेचा, निगम अधिकारी कार्यकारी अभियंता निजेश कुमार, एसडीओ देवेंद्र खासा, कनिष्ठ अभियंता अमित कुमार मौके पर मौजूद रहे।
गांव भैंरा बांकीपुर में सुरक्षित निकाले 29 लोग
यमुना नदी के बढ़े जलस्तर के कारण सुबह 3 बजे गांव भैंरा बांकीपुर में 18 श्रमिकों के यमुना में फंसे होने की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। डीसी ललित सिवाच की अगुवाई में अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर रेस्कयू अभियान चलाकर 2 महिलाओं, 2 बच्चों समेत 18 को बाहर निकाला। बाद में दोपहर को अभियान चलाकर और 11 लोगों और उनके पशुओं का रेस्क्यू किया। इसके अलावा टोंकी गांव में से करीब 400 लोगों को बाहर निकालकर दूसरे सुरक्षित स्थान पर लाया गया। गांव बड़ौली, मछरौला, बख्तावरपुर, झुंडपुर में क्षतिग्रस्त हुए बांध व ठोकरों की मरम्मत करवाई गई। शाम को सांसद रमेश कौशिक ने डीसी ललित सिवाच के साथ यमुना का दौरा किया और बचाव के प्रबंधों की व्यवस्था पुख्ता करने के आदेश दिये।