रेलवे भारत की एकता का प्रतीक : बंडारू दत्तात्रेय
इकबाल सिंह शांत/निस
डबवाली, 22 मई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशनोक (बीकानेर) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित मंडी डबवाली के रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया। डबवाली में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए व रेलवे स्टेशन का अवलोकन किया। उन्होंने टिकट काउंटर, पूछताछ केंद्र पर कर्मचारियों व यात्रियों से बातचीत की। रेलवे अधिकारियों ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को भी सम्मानित किया। डबवाली के विधायक आदित्य देवीलाल, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, डीसी शांतनु शर्मा, एसपी निकिता खट्टर, एसडीएम अर्पित संगल, नोर्थ वेस्टर्न रेलवे के एजीएम अशोक महेश्वरी, पीसीसीएम सीमा शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष डबवाली रेणु शर्मा, विजय वधवा, बलदेव सिंह मांगेआना, राजेंद्र सिंह देसूजोधा, विकास कालूआना व महिंद्र बांसल मौजूद थे। बता दें कि देशनोक (राजस्थान) में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने देश के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों को राष्ट्र को समर्पित किया। डबवाली स्टेशन के पुनर्विकास पर लगभग 13 करोड़ रुपये की लागत आई है।
भारतीय रेलवे को देश की जीवन रेखा बताते हुए बंडारू दत्तात्रेय ने उसे देश की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कि यह पूर्व से पश्चिम व उत्तर से दक्षिण को जोड़ता है, रोजाना करोड़ों यात्रियों को एक से दूसरे स्थान तक पहुंचाता है। राज्यपाल ने हर परिवार से आह्वान किया कि वे वर्ष में एक बार रेलवे के माध्यम से ऐतिहासिक व धार्मिक स्थानों की यात्रा अवश्य करें। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री नायब सैनी की प्रशंसा करते कहा कि उन्होंने रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्राथमिकता से कार्य किया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा व पंजाब की सीमा पर स्थित डबवाली सांस्कृतिक संगम का प्रतीक है, इसका ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व है। पुराने स्टेशन भवन में स्थान की कमी के कारण यात्री सुविधाओं में विस्तार सीमित था, जिसे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उन्नत किया गया है। डबवाली स्टेशन आधुनिकता व दक्षता का प्रतीक बन गया है व यात्री सुविधाओं के नए मानक स्थापित करेगा।
समारोह में भीड़ जुटाने में विफल रहा भाजपा नेतृत्व व रेलवे
समारोह में स्थानीय भाजपा नेतृत्व व रेलवे प्रशासन भीड़ जुटाने में असफल रहा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की मौजूदगी वाले इस उच्च स्त्तरीय समारोह में पिछले हिस्से में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहीं। जिससे रेलवे प्रबंधन व स्थानीय भाजपा कैडर की काफी किरकिरी हो रही है। डबवाली में भाजपा के महारथी कहलाने वाले कई ‘बड़े’ नेता समारोह में अकेले ही पहुंचे थे, जिन्हें समारोह में भीड़ जुटाने की जगह राज्यपाल को स्वागती फूल थमाने हेतु कतार में खड़ने का उतावलापन ज्यादा था। पीएम के ऑनलाइन संबोधन व राज्यपाल की मौजूदगी वाले बड़े समारोह से डबवाली में भाजपा की धरातल पर राजनीति की हकीकत स्पष्ट हो गयी है। चर्चा है कि गत डेढ़ दशक से केंद्र व राज्य में भाजपा सरकारों के बावजूद स्थानीय भगवा नेतृत्व क्षेत्र में हजार लोगों, कार्यकर्ताें व समर्थकों को भी नहीं जोड़ सका। जबकि ये महारथी चेयरमैनी मांगने की कतार में सबसे आगे हैं। उल्लेखनीय है कि मौजूदा स्थितियां डबवाली में भाजपा हाईकमान को एक नई मजबूत लीडरशिप की जरूरत की ओर इंगित करती हैं। हालांकि कुर्सियां खाली होने के बारे में भाजपा के एक जिला स्तरीय नेता का कहना था कि गर्मी बहुत थी, जिस कारण ज्यादा लोग नहीं पहुंचे।
पुलिस ने बंद करवाईं दुकानें, दुकानदारों में रोष
समारोह के चलते महामहिम की आमद दुकानदारों पर काफी भारी पड़ी। पुलिस ने राज्यपाल के रूट व रेलवे स्टेशन के निकटवर्ती बाजारों में सुरक्षा के नाम पर दुकानों को जबरन बंद करवा दिया। दर्जनभर जगह बेरिकेडिंग कर रस्ते बंद कर दिए गये। जिससे सैंकड़ों स्कूली छात्र व लोग परेशान हुए। दुकानदारों ने बिना कोई अग्रिम सूचना के औचक दुकानें बंद करवाने पर एतराज प्रकट किया। सुरक्षा प्रबंधों के चलते बाद दोपहर तक बाज़ार बंद रहे। एसपी निकिता खट्टर ने कहा कि स्टेशन के निकटवर्ती दुकानों व रूट से सबंधित चंद दुकानों को सुरक्षा के तौर पर बंद करने की अपील की गयी थी, जिसमें लोगों ने भरपूर साथ दिया।