पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 26 मार्च
तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने और एमएसपी पर गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों का शुक्रवार को भारत बंद का जिले में पूरा असर दिखाई दिया। सड़क और रेलमार्ग सुनसान रहे, जबकि बंद का कोई असर बाजारों में नहीं दिखा और रोजाना की तरह वे गुलजार रहे। किसानों ने जिले में 31 जगह, नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे व ग्रामीणों रूटों पर चक्का जाम कर दिया। रोडवेज की बस इक्का-दुक्का ही चल पाई और जाम की वजह से व्यवस्था ठहर सी गई। किसानों के बार्डर पर चल रहे आंदोलन को पूरे चार महीने हो गए हैं। दो माह से बातचीत का रास्ता भी बंद पड़ा है। ऐसे में किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान कर रखा था। किसानों ने बंद को कामयाब किया। किसानों ने जिले के लगभग सभी हाईवे को 12 घंटे तक बंद रखा। 31 जगह जाम लगा। 15 जगह अकेले गोहाना में ही सड़क मार्ग रोका गया। वहीं, खरखौदा में 8 जगह, जीटी रोड व केएमपी पर 5 जगह और सोनीपत में दो जगह किसानों ने बीच सड़क बैठकर धरना दिया।
संयुक्त किसान मोर्चा की रणनीति के अनुसार सुबह 6 बजे से ही हलचल शुरू हो गई थी। सबसे पहले 7 बजे गोहाना के लाठ-जौली व मुंडलाना मार्ग पर किसानों के जत्थे पहुंचे और जाम लगा दिया। 10 बजे तक करीब 30 जगह किसानों ने मुख्य मार्ग अवरूद्ध कर दिए।
इधर, कुंडली धरने पर बैठे कुछ किसान सुबह 7 बजे केएमपी पुल पर पहुंचे और जाम लगा दिया। इसके अलावा जीटी रोड पर प्रीतमपुरा मोड़, राई व कुराड़ के सामने भी किसानों ने जाम लगा दिया। पुलिस ने वाहनों को दूसरे रूटों पर डाइवर्ट किया। सोनीपत में जाहरी चौक पर साउथ प्वाइंट के पास, बड़वासनी के पास हुल्लाहेड़ी मोड़ पर धरना दिया। इसके अलावा खरखौदा में थाना कलां, थाना खुर्द, तुर्कपुर, मंडोरा, सेहरी, सिलाना, सिसाना, झरोठ टोल पर किसानों ने जाम लगाए रखा।
राहगीरों से हुआ टकराव
कई जगह किसानों व राहगीरों के बीच टकराव की स्थिति भी उत्पन्न हुई। जाहरी में एक बाइक सवार किसानों के साथ बहस करने लगा और जरूरी काम का हवाला देकर जाने देने के लिए कहा, तो किसान बिफर गए। देखते ही देखते दोनों में कहासुनी हो गई और किसानों की ओर से कुछ लोगों ने बाइक सवार को धक्का मारकर गिरा दिया। कुछ अन्य किसानों ने बीचबचाव कर मामला शांत किया। वहीं, प्रीतमपुरा मोड़ पर जिम से लौट रहे कुछ युवकों व जाम लगाकर धरने पर बैठे किसानों के बीच जमकर कहासुनी हुई। नौबत मारपीट तक पहुंच गई। फिलहाल गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है।
भारत बंद का रोडवेज पर भी असर पड़ा और बस सेवा को बंद कर दिया गया। इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री बस के इंतजार में बस अड्डे पर बैठे रहे। रोडवेज ने बस सेवा बंद करने की माइक से बार-बार घोषणा की गई। सोनीपत से गोहाना,पानीपत, रोहतक, सांपला, बागपत, दिल्ली, खानपुर सहित लंबे रूटों पर बस यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी।
पलवल हाईवे पर मंच बनाकर गुड़गुड़ाया हुक्का
पलवल, 26 मार्च (हप्र)
52 पालों/खाप के संयोजन में किसान नेशनल हाईवे पर आ गए और दिल्ली-आगरा हाईवे को दोनों तरफ से जाम कर दिया। किसानों ने हाईवे को ही धरना स्थल बना लिया और सड़क पर ही मंच बनाया और हुक्का गुड़गुड़ाया। यहां लोक कलाकारों ने भाजपा सरकार पर शब्द रूपी बाण छोड़े। महिलाओं ने भी लोग गीत-संगीत के माध्यम से किसानों की आवाज को बुलंद किया। इस दौरान मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। किसानों का नेतृत्व पूर्व कृषि मंत्री करण दलाल, पूर्व विधायक उदयभान, प्रदेश महासचिव मोहम्मद बिलाल, किसान आंदोलन धरना कमेटी के अध्यक्ष स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, मास्टर महेन्द्र चौहान, भारतीय किसान मजदूर यूनियन (राष्ट्रवादी) के जिलाध्यक्ष राजेश बहीन आदि ने किया। जबकि महिलाओं का नेतृत्व रंगीला पाल/खाप से श्रीमती शशि बाला तेवतिया व कुंडू पाल/खाप से श्रीमती सविता चौधरी कर रहीं थीं।