सफीदों, 3 फरवरी (निस)
पानीपत-जींद-रोहतक रेल शाखा पर यहां से 6 किलोमीटर दूर सिल्लाखेड़ी हाल्ट के समीप रेल फाटक को तोड़कर बनाए गए अंडरपास पर रेल विभाग दो करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर चुका है, लेकिन पिछले करीब तीन वर्ष से यह लावारिस हालत में है। इसका रास्ता बंद है और इसके चालू होने से पहले ही इसकी दीवारों में अनेक दरारें आ गई हैं तथा बारिश के दिनों में महीनों तक पानी भरा रहता है। इसकी स्टील की चद्दरें फट रही हैं। बता दें कि इस अंडरपास का रास्ता चालू होने पर यह गोहाना व रोहतक आदि के इलाकों को राजौंद, कैथल आदि इलाकों की दूरी को काफी हद तक कम करता है। इसका निर्माण शुरू होने के समय से ही इसका रास्ता बंद है, क्योंकि इससे मात्र करीब एक सौ फुट दूर पानीपत-हिसार स्टेट हाईवे से भी इसे लिंक नहीं किया गया है। कारण यह है कि स्टेट हाईवे के साथ दो किसान परिवारों ने इसका रास्ता रोका हुआ है।
प्रभारी को नही जानकारी
अंडरपास निर्माण के संबन्धित रेल सेक्शन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (वर्क्स) ओमप्रकाश नागपाल ने बताया कि उनकी जानकारी में इस अंडरपास की स्थिति नहीं है। नागपाल ने बताया कि थोड़ा समय पहले ही उन्होंने इस पद की जिम्मेदारी सम्भाली है, उनसे पहले यह जिम्मेदारी संभाले रामेश्वरदास कल्याण को परियोजना की ज्यादा जानकारी है, उनसे बात कर लें। कल्याण से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि परियोजना पर दो करोड़ रुपए से अधिक का बजट खर्च हुआ है और यह पूरी हो चुकी है। बस इसे हाईवे से जोड़ना बाकी है इसीलिए रास्ता चालू नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण परियोजना को चालू नहीं होने दे रहे हैं।