पंचकूला, 5 जुलाई (हप्र)
हरियाणा राज्य फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा, उपप्रधान सोहनलाल कंसल, रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज होने के बाद हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के कुछ कर्मचारियों पर भी तलवार लटक रही है।
मंगलवार को विजिलेंस की टीम ने फार्मेसी काउंसिल कार्यालय में छापा मारा। छापेमारी के दौरान सभी कर्मचारियों के मोबाइल बंद करवा दिए गए। फाइलें खंगाली गई। कर्मचारियों से कई बार अलग-अलग बुलाकर पूछताछ की गई। उनके बयान भी लिए गए। हरियाणा राज्य चौकसी ब्यूरो इन कर्मचारियों के मोबाइल फोन का डाटा और सीसीटीवी खंगाल रही है, क्योंकि इनके मोबाइल से चेयरमैन धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल को रजिस्ट्रेशन के बाद सर्टिफिकेट व्हाट्सएप किए जाते थे। फरार चल रहे धनेश अदलखा की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
चेहतों को रखा था कार्यालय में
फार्मेसी काउंसिल की गतिविधियों के बारे में किसी को न पता चले इसलिए चेयरमैन धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल ने अपने चहेतों को कार्यालय में बतौर कर्मचारी रखा हुआ है। काउंसिल में रिटायरमेंट के बाद 65 वर्ष आयु पूरी कर चुके सतपाल गर्ग को सुपरीटेंडेंट रखा हुआ है। सोहनलाल कंसल की सगी रिश्तेदार कार्यालय में कर्मचारी लगी हुई है, जो कि सभी गोपनीय दस्तावेज टाइप करती है और सीधे सोहन लाल को भेजती थी। चेयरमैन धनेश अदलखा ने कार्यभार संभालते ही एक प्राइवेट लडक़ी कार्यालय में रख ली थी, जिसका वेतन वह खुद वहन करते थे। बताया जा रहा है कि यह युवती हरियाणा सचिवालय में कार्यरत एक अधिकारी की रिश्तेदार है। साथ ही एक अन्य महिला कर्मचारी भी धनेश अदलखा ने कार्यालय में रखी, जोकि सीधे धनेश अदलखा को ही सारी रिपोर्ट देती थी। इन दोनों महिला कर्मचारियों के मोबाइल में धनेश अदलखा से संबंधित काफी डाटा मिल सकता है।
विजीलेंस जांच में सामने आया है कि धनेश अदलखा और सोहनलाल कंसल सेक्टर 14 स्थित फार्मेसी काउंसिल कार्यालय में सप्ताह में 1 दिन आकर फाइलों को निकालते थे। जबकि सोहनलाल कंसल के फाइलों पर कहीं हस्ताक्षर नहीं होते, लेकिन उसके बावजूद कंसल के कहे बिना कोई फाइल नहीं निकलती थी, क्योंकि जब भी वह आते थे, तो जिन फाइलों की डील हो जाती थी उसका पैसा लेकर वह कार्यालय में आते थे, जिसे धनेश अदलखा, राजकुमार वर्मा और सोहनलाल कंसल के बीच बांटा जाता था। सोहन लाल कांसल ने विजिलेंस रिमांड के दौरान खुलासा किया कि वह धनेश अदलखा की परमिशन के बाद ही दलालों से पैसा पकड़ता था। धनेश अदलखा ही पूरे खेल का मास्टर माइंड है।
केसी गोयल ने सीएम को लिखा पत्र, आपके नाम का दुरुपयोग कर रहा अदलखा, करें बर्खास्त
हरियाणा फार्मेसी काउंसिल में चल रहे भ्रष्टाचार घोटाले की जांच को चेयरमैन धनेश अदलखा प्रभावित कर रहे हैं। वह मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर के नाम का दुरुपयोग करके जांच अधिकारियों को डराने की कोशिश कर सकते हैं। वह पहले भी इनका नाम लेकर अधिकारियों को धमकाता रहे हैं। ये आरोप काउंसिल के पूर्व प्रधान केसी गोयल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल को लिखे पत्र में कही। केसी गोयल ने फार्मेसी काउंसिल में चेयरमैन धनेश अदलखा, वाइस चेयरमैन सोहनलाल कांसल और रजिस्ट्रार राजकुमार वर्मा को तुरंत प्रभाव से पद से बर्खास्त करने की भी मांग की।