राहुल गांधी की जिलाध्यक्षों को सीख- दबाव में न आएं, सियासी पिच खुद तैयार करें
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा और मध्यप्रदेश के नव नियुक्त जिलाध्यक्षों को संगठन की मजबूती का मंत्र दिया। बिहार में जारी वोट अधिकार यात्रा के बीच वे दिल्ली पहुंचे और इंदिरा भवन में जिलाध्यक्षों के साथ संवाद कर वापस बिहार लौट गए। राहुल गांधी ने जिलाध्यक्षों को संदेश दिया कि वे किसी के दबाव में न आएं और अपनी सियासी पिच स्वयं तैयार करें। उन्होंने कहा कि अगर दूसरे की बनाई पिच पर बैटिंग करेंगे तो जल्दी आउट हो जाएंगे, इसलिए अपनी पिच पर टिककर संगठन को मजबूत करना ही उनकी असली परीक्षा है।
उन्होंने जिलाध्यक्षों को टास्क दिया कि भाजपा और आरएसएस द्वारा चलाए जा रहे दुष्प्रचार का खुलकर मुकाबला करें और अपने-अपने जिलों में पार्टी को मजबूत करने की रणनीति बनाएं। आंदोलनों को धरातल पर उतारने और अपनी गतिविधियों की रिपोर्ट सीधे पार्टी वार रूम तक पहुंचाने के निर्देश भी दिए। राहुल गांधी ने कहा कि अब पंचायत से लेकर लोकसभा तक हर चुनाव में टिकट बंटवारे में जिलाध्यक्षों की रिपोर्ट अहम होगी। जिलाध्यक्षों को किसी ‘बैसाखी’ की जरूरत नहीं है, वे पार्टी की नींव हैं। उन्होंने बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने और वोटर लिस्ट पर पैनी नजर रखने की हिदायत दी।
कार्यकारिणी गठन के निर्देश
राहुल गांधी ने जिलाध्यक्षों को सलाह दी कि जल्द से जल्द अपनी कार्यकारिणी गठित करें और उसमें केवल उन्हीं को शामिल करें जो वास्तव में पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जिलाध्यक्ष टीम के कैप्टन की तरह काम करें। जब कैप्टन उत्साह से आगे बढ़ता है तो पूरी टीम में वही ऊर्जा आती है। जनता को सिर्फ भाषण से नहीं, बल्कि कार्य और छवि से प्रभावित किया जा सकता है।
हरियाणा कांग्रेस ने जताया भरोसा
कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा के प्रभारी बीके हरिप्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि अधिकतर जिलाध्यक्ष युवा और उत्साही हैं। पार्टी ने मजबूत टीम तैयार की है और हरियाणा कांग्रेस की ओर से सभी को पूरा सहयोग मिलेगा। कार्यशाला की शुरुआत में सभी जिलाध्यक्षों से मंच पर बुलाकर उनका परिचय भी लिया गया।
विस में प्रदूषण, शिक्षा व स्वास्थ्य के मुद्दे उठाएगी कांग्रेस
हरियाणा विधानसभा के जारी मानसून सत्र में 25 अगस्त को भी हंगामा होने की आशंका है। विपक्षी दल कांग्रेस तथा इनेलो के विधायक सरकार से प्रदूषण, शिक्षा तथा स्वास्थ्य के मुद्दे पर सदन में जवाब मांगते हुए नजर आएंगे। विधानसभा का मानसून सत्र 22 अगस्त से शुरू हुआ था। कांग्रेस द्वारा कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव को लेकर हंगामा किए जाने के चलते पहले दिन सदन में प्रश्नकाल व शून्यकाल की कार्यवाही नहीं हो सकी। दो दिन तक विधानसभा में अवकाश के बाद सोमवार दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू होगी।
‘वोट चोरी’ के आरोप पर करेंगे पैदल मार्च : इस बीच कांग्रेस प्रदेश में ‘वोट चोरी’ का मुद्दा भी उठाएगी। पार्टी ने इस मुद्दे पर पैदल मार्च का ऐलान किया है। सोमवार को कांग्रेस ने चुनाव आयोग के खिलाफ विधानसभा तक पैदल मार्च का ऐलान किया है। कांग्रेस की तरफ से रविवार को जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में सभी विधायक विधानसभा की तरफ जाने वाले रास्ते के पहले चैक पोस्ट पर एकत्र होंगे। वहां से पैदल मार्च करते हुए विधानसभा तक जाएंगे।