जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 31 दिसंबर
हरियाणा की जेलें अब रेडियो के जरिए बंदियों के लिए संवाद का जरिया बनेंगी। इन जेलों में अब पहली बार अपना जेल रेडियो होगा। जिसका नाम टीजेआर यानी तिनका जेल रेडियो रखा गया है। जेल रेडियो की शुरुआत सेंट्रल जेल अम्बाला, जिला जेल पानीपत और जिला जेल फरीदाबाद से की जाएगी। इन तीनों जेलों के 21 बंदियों का जेल रेडियो के लिए चयन हुआ है, इनमें पानीपत के 6, अम्बाला के 6 और फरीदाबाद जेल के 10 बंदी हैं। फरीदाबाद जेल में 5 महिला बंदियों को भी शामिल किया गया है।
जेल परिसर में रेडियो स्टेशन स्थापित किया जाएगा। बाहर के लोग इससे नहीं जुड़ सकेंगे। बैरक के बाहर लगे स्पीकर के जरिए बंदी रेडियो सुन सकेंगे। इसमें रोजाना एक घंटे का कार्यक्रम होगा जिसमें कानून, सेहत और संगीत से जुड़े कार्यक्रम होंगे। बंदी अपनी कविताएं और कहानियां भी सुना सकेंगे। बंदी अपनी फरमाइश या सवाल लिखकर दे सकेंगे जिसका जवाब अगले कार्यक्रम में दिया जाएगा। चयनित जेलों में कलाकारों की लिस्ट तैयार की जा रही है जोकि जेल रेडियो में अपनी भागीदारी करेंगे। खास बात यह है कि तीनों जेल के बंदियों ने ही परिचय गान और धुन तैयार की है। हरियाणा में कुल 19 जेलें हैं, जिनमें से 3 सेंट्रल जबकि 16 जिला जेल हैं। फिलहाल हरियाणा की जेलों में कुल 20423 बंदी हैं, जिनमें 900 से अधिक महिला बंदी शामिल हैं।
अम्बाला सेंट्रल जेल के अधीक्षक लखबीर सिंह बराड़ के अनुसार हर जेल के रेडियो का नाम उसके स्थान से जुड़ा होगा। इन तीनों जेल के चयनित बंदी 5 दिवसीय रेडियो ट्रेनिंग का हिस्सा बने हैं, ये सभी बंदी अलग-अलग उम्र, शैक्षिक पृष्ठभूमि से हैं। ट्रेनिंग का मकसद इन बंदियों को रेडियो की जरूरत और उसके महत्व को समझाते हुए रेडियो के मुताबिक कार्यक्रम बनाने के लिए तैयार करना था।