पुरुषोत्तम शर्मा/हप्र
सोनीपत, 22 जनवरी
गणतंत्र दिवस पर तिरंगा ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों की भीड़ जुटने लगी है। भीड़ बढ़ते देख केएमपी-केजीपी के जीरो प्वाइंट से ही वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया है। बृहस्पतिवार तक वाहन कुंडली बॉर्डर से एक किलोमीटर पहले तक पहुंच पा रहे थे, लेकिन जिस तेजी से किसानों की संख्या बढ़ रही है, इससे लगता है कि शनिवार सुबह तक केजीपी-केएमपी पर वाहन जाना मुश्किल हो सकता है।
इस बीच, किसानों ने रिहर्सल शुक्रवार को भी जारी रखी। महिलाओं ने कमान संभाली, तो ट्रैक्टर मार्च में भी हिस्सा लिया। इसके साथ तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा था।
गौरतलब है कि किसानों की सरकार के साथ लगातार 11 दौर की वार्ता बेनतीजा रहने के बाद अब दिल्ली में प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड तय है। किसानों ने यूं तो ट्रैक्टर परेड की तैयारी 10 दिन पहले से ही शुरू कर दी थी, लेकिन शुक्रवार को इसकी एक झलक देखने को मिली, जब जीटी रोड पर हरियाणा व पंजाब से हजारों ट्रैक्टरों की कतारें लग गईं।
कहीं ट्राली में दो ट्रैक्टर, तो कहीं पर एक ट्रैक्टर के साथ 3 ट्रैक्टर टोचन कर किसान कुंडली बॉर्डर की ओर बढ़ते नजर आए। इधर, पूरा दिन ट्रैक्टरों की कतारें जीटी रोड पर लगी रहने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। ट्रैक्टरों की कतारें केजीपी-केएमपी के जीरो प्वाइंट को पार कर गई। इसके कारण पुलिस के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई। रूट डाइवर्ट करने में पुलिस को खूब मशक्कत करनी पड़ी। शाम के समय केजीपी-केएमपी मार्ग अवरूद्ध होने के कारण घंटों जाम लगा रहा। किसान नेताओं ने दावा किया था कि ट्रैक्टर परेड में 25 राज्यों से करीब एक लाख ट्रैक्टर भाग लेंगे। इसका असर दिखना शुक्रवार को ही शुरू हो गया। पंजाब व हरियाणा से हजारों की संख्या में ट्रैक्टरों को लेकर किसान कुंडली बॉर्डर पर पहुंचे। पूरा दिन, ट्रैक्टरों के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। इसके कारण शाम तक केजीपी-केएमपी के जीरो प्वाइंट तक लंबी कतारें लग गईं। इससे पुलिस को अचानक केजीपी-केएमपी पर जाने वाले वाहनों के लिए रूट डाइवर्ट करने पड़े। इधर, यूपी, राजस्थान, मध्यप्रदेश व गुरुग्राम की ओर से आने वाहनों की केजीपी-केएमपी पर लंबी कतारें लग गई। पुलिस ने जैसे-तैसे वाहनों को निकलवाया। पुलिस को इसके लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
आज बंद हो सकती है केजीपी-केएमपी पर एंट्री
जिस तरह से परेड के लिए ट्रैक्टरों की तादाद बढ़ती जा रही है, उससे साफ है कि शनिवार तक केजीपी-केएमपी के रूट पूरी तरह से बंद हो सकते हैं। यहां किसान लगातार रिहर्सल कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि ट्रैकटरों की कतारें लगने के कारण दोनों एक्सप्रैस-वे के कट अवरुद्ध हो सकते हैं। शुक्रवार को कई बार यह नौबत आई कि कटों के सामने से ट्रैक्टरों को हटवाना पड़ा, लेकिन जब ट्रैक्टरों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाएगी, तो यहां से ट्रैक्टरों को हटवाना मुश्किल है। ऐसे में पुलिस ने वाहन चालकों को सलाह दी है कि केजीपी-केएमपी पर चढ़ने से पहले अपडेट जरूर ले लें।
महिलाओं में भी उत्साह
26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड को लेकर किसान लगातार रिहर्सल कर रहे हैं। शुक्रवार को भी रिहर्सल की गई और किसानों ने खामियों को दूर किया। इस दौरान अनुशासन पर विशेष जोर दिया जा रहा है और युवाओं की टीमों को लगातार संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसान नेताओं का कहना है कि ट्रैक्टर परेड के लिए युवाओं व महिलाओं में पूरा जोश है। तय किया गया है कि एक ट्रैक्टर पर 4-5 किसान ही मौजूद रहेंगे। महिलाओं के ट्रैक्टर पर महिलाएं ही मौजूद रहेंगी। इसके लिए लगातार जानकारी दी जा रही है। जो किसान ट्रैक्टरों के साथ दो दिन पहले जुड़ेंगे वे परेड में पीछे रहेंगे, जबकि आगे वे किसान होंगे, जो लगातार रिहर्सल कर रहे हैं।