चंडीगढ़, 9 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने पंजाब सरकार के उस बयान को हास्यास्पद करार दिया है जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विधानसभा सत्र बुलाकर कृषि कानूनों को रद्द किए जाने का ऐलान किया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कटारिया ने कहा कि विधानसभा का सत्र बुलाकर कानूनों को रद्द करने का प्रस्ताव पारित करने के मामले में अमरिंदर ड्रामा करके पंजाब के किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में अमरिंदर सिंह पानी के मुद्दे पर भी विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर चुके हैं। इसके बावजूद सुप्रीम कोर्ट द्वारा एसवाईएल के मुद्दे पर हरियाणा के हक में फैसला दिया गया है और आज सुप्रीम कोर्ट के दबाव में पंजाब को हरियाणा को पानी देना पड़ेगा। कटारिया ने अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर कोरोना जागरूकता अभियान चलाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारी रेलवे स्टेशन, बस अड्डों, स्कूल, काॅलेज तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाएं।
कटारिया ने कहा कि जिस समय संसद में तीन कृषि बिल पेश किए गए और पास किए गए तब सोनिया गांधी व राहुल गांधी सदन में नहीं थे। लेकिन बिल पास होने के बाद लोगों को गुमराह करने के लिए अचानक फील्ड में आ गए। कटारिया ने कहा कि किसान बिलों की मदद से हरियाणा में कांग्रेस खुद को जिंदा करने की फिराक में है।