भिवानी, 9 जून (हप्र)
प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जयप्रकाश दलाल ने अधिकारियों को लोगों की समस्याओं का निराकरण तत्परता से करने तथा सरकार की योजनाओं को सही ढंग से क्रियांवित करने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री दलाल बुधवार को अपने निवास स्थान पर लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग तथा बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम को मध्यनजर रखते हुए लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल एवं निर्धारित शेड्यूल के अनुसार बिजली उपलब्ध करवाना सुनिश्चत करें। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए भी जोहड़ एवं तालाबों को पानी से भरवाया जाए। उन्होंने कहा कि किसान बाजरे की फसल की बजाए अरंड, मूंगफली, मूंग, अरहर आदि फसलों की बिजाई करें। इस अवसर पर दयांनद सिंधड, जेपी दुपे, बलवंत जांगड़ा, सोनू शर्मा, नफे सिंह, संदीप गडवा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं अन्य लोग मौजूद थे।
बर्खास्त पीटीआई ने सौंपा ज्ञापन : लगभग एक वर्ष से धरने पर बैठे बर्खास्त शारीरिक शिक्षकों ने बुधवार को कृषि मंत्री जेपी दलाल को उनके आवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा तथा अपनी बहाली की गुहार लगाई। इस दौरान कृषि मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा कि वे 15 जून को मंत्रीमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री से बात करते बर्खास्त पीटीआई की बहाली की पैरवी करेंगे। वहीं बुधवार को ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (एआईएमएसएस) ने पीटीआई के धरने पर पहुंचे तथा उनकी मांगों का समर्थन दिया। हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष दिलबाग जांगड़ा ने कहा कि पिछले एक वर्ष से सरकार से अपनी बहाली के लिए हर तरह से मांग कर चुके है, लेकिन उन्हें लगातार नजरअदांज किया जा रहा है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने किया नये नियम का विरोध
सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए 12वीं मेडिकल के साथ पास करने के नए नियम का हरियाणा राज्य पशुपालन विभाग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन ने विरोध जताते हुए पशुपालन व कृषिमंत्री जेपी दलाल को ज्ञापन सौंपा। यूनियन के जिला कमेटी सदस्य प्रेम प्रकाश व कर्मबीर सिंह ने दलाल को अपनी मांगों से अवगत करवाया। जिला प्रधान प्रेम प्रकाश ने बताया कि सरकार व विभाग चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के पदोन्नति अवसर को खत्म कर रही है, जिससे कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने बताया कि पहले पदोन्नति के लिए 12वीं पास होना अनिवार्य था, लेकिन अब अब 12वीं मेडिकल कर दिया गया, जिससे पदोन्नति के अवसर खत्म हो गये। संगठन मांग करता है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए वीएलडीए कोर्स की विभागीय 10 प्रतिशत कोटे की सीटों के लिए योगयता 12वीं किसी भी विषय में यथास्थिति रखी जाये।