विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 10 अप्रैल
भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट के गठन को लेकर संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा के बैनर तले चल रहे धरने को लगभग दो माह हो गए है। इस दौरान धरने को लगातार समाज की 36 बिरादरी का समर्थन भी मिलता रहा है। इसके अलावा केंद्र व प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कई मंत्री, सांसद तथा विधायक भी अहीर रेजिमेंट के मुद्दे पर मोर्चा की मांग का समर्थन कर चुके हैं। इसके बावजूद इस मामले पर सरकार की तरफ से कोई भी सकारात्मक संकेत नहीं मिले हैं। इसी कड़ी में आगे रणनीति को लेकर रविवार को मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्यों ने खेड़कीदौला धरना स्थल पर बैठक की। बैठक में अहीर रेजिमेंट के मुद्दे पर केंद्र सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ सख्त तेवर दिखाते हुए कहा गया कि मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि हम सरकार से कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं। अहीर रेजिमेंट यादव समाज का अधिकार है और हम केवल अपना अधिकार मांग रहे हैं। बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि मोर्चा आने वाले दिनों में सरकार को सख्त संदेश देने की तैयारी में है। इसके लिए मोर्चा ने पूरे देश में व्यापक जनसमर्थन जुटाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस उद्देश्य के साथ अहीर रेजिमेंट की मुहिम को हर घर, हर गांव तक पहुंचाने के लिए प्रदेश, जिला, ब्लॉक तथा गांव स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा।
बैठक में यह तय हुआ कार्यक्रम
बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप 22 अप्रैल को झज्जर, 23 अप्रैल को रेवाड़ी व 24 अप्रैल को महेंद्रगढ़ जिले में संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा की टीम के प्रवास के दौरान इन तीनों जिलों की कमेटियों की घोषणा की जाएगी। बैठक में अहीर रेजिमेंट संघर्ष समिति के अध्यक्ष धर्मपाल यादव, झज्जर यादव सभा के अध्यक्ष वीरेंद्र दारोगा, संजय यादव, संतराम यादव, महेंद्रगढ़ यादव सभा के अध्यक्ष राव रमेश पायलट, बलवान फौजी, राजेश ठेकेदार, अटेली से डॉ. हिम्मत यादव, रेवाड़ी से जीतू अहीरवाल, सतपाल यादव, कैप्टन ओम प्रकाश, कैप्टन सज्जन सिंह, फरीदाबाद यादव सभा के अध्यक्ष एचपी लांबा, कुरुक्षेत्र यादव महासभा के अध्यक्ष डॉ. अतुल प्रधान सहित संयुक्त अहीर रेजिमेंट मोर्चा कोर कमेटी की पूरी टीम उपस्थित रही।