उचाना (निस)
गांव बड़नपुर के सरपंच प्रतिनिधि गगनदीप सिंह ने कहा कि राजकीय प्राथमिक स्कूलों की मर्जिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। गांवों के सरकारी स्कूल हमारे गांव के बुजुर्गों व पूर्वजों ने कड़ी मेहनत से तैयार किए थे। शिक्षा के मंदिरों को किसी भी सूरत में बंद नहीं होने देंगे। शिक्षक संघ द्वारा चलाए जा रहे स्कूल मर्जिंग के खिलाफ अभियान में साथ देने का भी आश्वासन दिया। हरियाणा राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जींद द्वारा पिछले कई दिनों से हरियाणा सरकार की स्कूल मर्जिंग की नीति का लोगों और आम जनमानस के बीच जाकर लगातार विरोध जारी है। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ जींद के प्रधान रूपेन्द्र गोयत ने कहा कि पिछले लंबे समय से सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या लगातार बढ़ रही है। जब छात्र संख्या बढ़ रही है तो स्कूलों की संख्या बढ़नी चाहिए। सरकार इसके विपरीत काम कर रही है। कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जिनमें बच्चों की छात्र संख्या 100, 150, 200, 300 के आसपास है। यदि 2 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया तो स्कूलों में कमरों की व्यवस्था नहीं है, मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं, खेल के मैदान नहीं है तो बच्चों के सर्वांगीण विकास कैसे हो सकता है। बड़नपुर गांव में ग्राम सभा का आयोजन भी किया गया। इसमें सकूल मर्जिंग के सरकारी रवैये के अनैतिक फैसले के खिलाफ हुंकार भरते हुए गांव के सरपंच प्रतिनिधि, उपस्थित ग्रामीणों और एसएमसी ने कहा कि हम सब किसी भी हालात में स्कूलों की मर्जिंग नहीं होने देंगे। इस मौके पर सुशील, नसीब सिंह, वीरेंद्र श्योकंद, अनिल, विनोद, छज्जू राम, रामेश्वर, नानू राम, पिंकी देवी, रितु देवी, अनीता मौजूद रही।