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फतेहाबाद मंडी में हैफेड की खरीद का विरोध, आढ़तियों ने नहीं बेची गेहूं

20 हजार क्विंटल गेहूं मंडी में पड़ा, एक दाना भी नहीं बिका
फतेहाबाद अनाज मंडी में व्यापारी खरीद का विरोध व्यक्त करते हप्र
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मदन लाल गर्ग / हप्र
फतेहाबाद, 12 अप्रैल
फतेहाबाद की अनाज मंडी शनिवार को गेहूं से अटी पड़ी रही, लेकिन राज्य एजेंसी हैफेड की टीम एक दाना भी खरीदने में नाकाम रही। आढ़तियों ने हैफेड के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गेहूं बेचने से साफ इनकार कर दिया।

सरकार के तय कार्यक्रम के तहत शनिवार को हैफेड को खरीद का जिम्मा सौंपा गया था। एजीएम सुरिंद्र सिहाग की अगुवाई में हैफेड की टीम मंडी में दुकानों पर पहुंची और आढ़तियों से गेहूं बेचने की अपील की, लेकिन व्यापारियों ने खरीदी से मना कर दिया। इसके बाद व्यापार मंडल के नेतृत्व में आढ़तियों ने सरकार और एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।

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मंडी में इस समय करीब 20 हजार क्विंटल गेहूं खुले में और शेड के नीचे रखा हुआ है। लेकिन संसाधनों की कमी और प्रशासनिक असमंजस के चलते उठान की प्रक्रिया ठप पड़ी है।

व्यापारियों की मांग

व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भादू ने कहा कि हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग जैसी एजेंसियों के पास न तो पर्याप्त संसाधन हैं और न ही उचित व्यवस्था। "दोनों एजेंसियां मिलकर भी सुचारु रूप से उठान नहीं कर पा रहीं। हमारी मांग है कि मंडी में गेहूं खरीद का काम सिर्फ खाद्य एवं आपूर्ति विभाग (डीएफएससी) को एक दिन के लिए सौंपा जाए," उन्होंने कहा।

प्रशासन पर सवाल

व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ आश्वासन दे रहा है, कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। इसी का नतीजा है कि मंडी में गेहूं के ढेर लगते जा रहे हैं और किसान व व्यापारी दोनों परेशान हैं।

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