कुचिपुड़ी नृत्य से सनातन संस्कृति का प्रचार
कुरुक्षेत्र, 3 सितंबर (हप्र) श्रीकृष्ण संग्रहालय में श्री राधाकृष्ण कलाक्षेत्र आंध्र-प्रदेश के कलाकारों ने कुचिपुड़ी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। डॉ. जीबी नारायण के निर्देशन एवं कलाक्षेत्र की लोक सम्पर्क अधिकारी के नर्मदा कम्पना के...
कुरुक्षेत्र, 3 सितंबर (हप्र)
श्रीकृष्ण संग्रहालय में श्री राधाकृष्ण कलाक्षेत्र आंध्र-प्रदेश के कलाकारों ने कुचिपुड़ी नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। डॉ. जीबी नारायण के निर्देशन एवं कलाक्षेत्र की लोक सम्पर्क अधिकारी के नर्मदा कम्पना के नेतृत्व में कलाकारों का यह दल दस राज्यों में अपनी प्रस्तुति देने के पश्चात शनिवार को हरियाणा में पहुंचा था। इस दल का लक्ष्य 63 दिनों में सम्पूर्ण भारत में कुचिपुड़ी नृत्य के माध्यम से सनातन संस्कृति के विचारों का प्रचार प्रसार करना है। रविवार को संग्रहालय के प्रांगण में इस दल को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेन्द्र सिंघल द्वारा कुरुक्षेत्र विषयक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपेन्द्र सिंघल ने कहा कि यह कुरुक्षेत्र का सौभाग्य है कि कुचिपुड़ी के ऐसे उभरते कलाकारों द्वारा इस भूमि पर महाभारत और श्रीकृष्ण पर आधारित प्रस्तुतियां दी गई।
संग्रहालय के कॉऑर्डिनेटर राजेन्द्र सिंह राणा एवं संग्रहालय प्रभारी बलवान सिंह ने कलाकारों का श्रीकृष्ण संग्रहालय में स्वागत किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी जयभगवान सिंघला द्वारा कलाकारों के दल को प्रेरणा संस्था की ओर से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रसिद्ध प्रो. आईसी मित्तल, हरि सिंह, एडवोकेट जय प्रकाश शर्मा सहित कईं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने इस कार्यक्रम की सराहना की तथा बाहर से आए हुए कईं दर्शकों ने कहा कि आज कुरुक्षेत्र की भूमि में दक्षिण भारत की सांस्कृतिक परम्पराओं को इस प्रकार सजीव रूप से देखना उनके जीवन का अविस्मरणीय क्षण है।

