सोनीपत, 20 जून (हप्र)
जिले के गांव गढ़ी सिसाना का नामी पहलवान प्रियवर्त देशसेवा के लिए फौज में भर्ती हुआ था। अनुशासित फौजी ने अचानक जुर्म की दुनिया में ऐसा कदम रखा कि उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस को 25 हजार रुपये का इनाम रखना पड़ा। कुख्यात रामकरण बैंयापुर की दोस्ती ने उसको महज 7 साल में अपराध की दुनिया में ऐसी जगह लाकर खड़ा कर दिया कि हरियाणा के साथ ही पंजाब, दिल्ली व राजस्थान पुलिस भी उसके पीछे पड़ गई। अब दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में उसे गिरफ्तार किया है। गांव गढ़ी सिसाना निवासी प्रियवर्त युवावस्था में बेहतरीन पहलवान था। पिता जयभगवान और माता संतोष को उससे काफी उम्मीद थी। ग्रामीण भी उस पर नाज करते थे। उसने प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण कर 2013 में सेना ज्वाइन की थी।
उसे महाराष्ट्र के पूना स्थित सेना विद्यालय में नियुक्ति मिली थी। सेना विद्यालय में प्रियवर्त पहलवानी करने लगा। वह वहां अन्य को भी कुश्ती के गुर सिखाने लगा। वहीं से दसवीं कक्षा भी उत्तीर्ण की। सिपाही के पद पर रहते हुए उसने सेना की कुश्ती प्रतियोगिता में वर्ष 2015 में स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही उसको सेना में सूबेदार के पद पर पदोन्नत कर दिया गया। स्वर्ण पदक जीतने के बाद उसे सेना से एक माह की छुट्टी मिली। सेना में स्वर्ण पदक जीतकर व सूबेदार बनकर गांव में लौटे प्रियवर्त का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
जुलाई, 2015 में उसने अपने साथियों मंजीत व मोनू डागर के साथ मिलकर रुखी गांव के एक युवक की हत्या कर दी। बस उसके बाद प्रियवर्त की जिंदगी बदल गई। एक होनहार पहलवान व सेना का जवान अपराध की दलदल में
चला गया।
बाद में उसकी दोस्ती कुख्यात रामकरण बैंयापुर से हो गई। उसके बाद प्रियवर्त ने अपराध जगत की ऐसी राह पकड़ी कि वापस मुड़कर नहीं देखा। वह रामकरण गैंग का शार्प-शूटर बन गया। वहां से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के राजू बसौदी और काला जठेड़ी से भी उसके संपर्क हो गए। वह हत्या समेत 12 आपराधिक मुकदमों में नामजद रहा है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस उसे तलाश कर रही थी। उसे अब दिल्ली पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया है।
कृष्ण बरोणा की हत्या के बाद से गांव में नहीं दिखा
ग्रामीणों का कहना है कि कुख्यात बिट्टू बरोणा के पिता कृष्ण की हत्या में नाम आने के बाद से वह गांव नहीं लौटा है। प्रियवर्त की मां संतोष देवी बार-बार यही दोहराती हैं कि अपराध की दुनिया छोडऩे को उसको कितना समझाया, लेकिन वह समय रहते समझ नहीं पाया।
सोनीपत पुलिस ने घोषित किया था 25 हजार का इनाम
कुख्यात प्रियवर्त की गिरफ्तारी पर सोनीपत पुलिस ने कृष्ण बरोणा की हत्या के मामले में 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसकी तलाश को पंजाब के साथ ही सोनीपत पुलिस ने भी उसकी तलाश को गांव में दबिश दी थी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा था।
प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी सोनीपत पुलिस
कुख्यात प्रियवर्त सोनीपत के बरोणा में हुई कृष्ण की हत्या की हत्या के मामले में फरार चल रहा था। अब सोनीपत पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करेगी। इसके लिए अभी पुलिस को इंतजार करना पड़ेगा। पहले उससे मूसेवाला हत्याकांड में पूछताछ होगी। उसके बाद अन्य मामलों में पूछताछ के बाद ही उसे सोनीपत लाया जा सकेगा।