चंडीगढ़, 18 दिसंबर (ट्रिन्यू)
कर्मचारियों की मांगे सुनने के लिए परिवन विभाग की ओर से आयोजित बैठक महकमे के निदेशक के लिए ही गले की फांस बन गई है। बैठक में शामिल हुई रोडवेज एससी एंप्लॉइज संघर्ष समिति ने निदेशक वीरेंद्र दहिया पर जातिगत आधार पर गलत व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ पुलिस थाने में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की शिकायत दी। अब यह मामला राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंच गया है।
आयोग ने महकमे की प्रधान सचिव (आईपीएस) कला रामचंद्रन से रिपोर्ट मांग ली है। प्रधान सचिव से रिपोर्ट मांगे जाने से एसोसिएशन संतुष्ट नहीं है। एसोसिएशन पदाधिकारियों का कहना है कि प्रधान सचिव खुद बैठक में मौजूद थीं। ऐसे में उनसे निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती। आयोग के पत्र के बाद कला रामचंद्रन ने उन सभी यूनियन प्रतिनिधियों से बयान मांगे हैं, जो बैठक में मौजूद थे। इस तरह से कला रामचंद्रन ने हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान रमेश श्योकंद व राज्य महासचिव अमित महराणा और हरियाणा परिवहन कर्मशाला यूनियन के राज्य प्रधान नीरज कुमार व राज्य महासचिव हरिकृष्ण को बयान दर्ज करवाने को कहा है। प्रधान सचिव कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि 23 दिसंबर को इस मामले की जांच होगी। इसलिए सभी यूनियन प्रतिनिधि मुख्यालय में जांच में शामिल हो।