रोहतक, 18 जुलाई (हप्र)
महम स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के छात्रावास की बहुमंजिला इमारत पिछले 7 साल से बेकार पड़ी है। भवन का निर्माण खेल विभाग द्वारा 2014 में 6 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था लेकिन साई ने कब्जा नहीं लिया। जिला प्रशासन ने अब इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की स्थापना के लिए भवन प्राप्त करने की योजना बनाई है, क्योंकि सीएचसी की वर्तमान इमारत जीर्ण-क्षीण स्थिति में है। उपायुक्त मनोज कुमार ने हाल ही में हरियाणा के खेल और युवा मामले विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर साई छात्रावास भवन को स्वास्थ्य विभाग को सौंपने का अनुरोध किया है ताकि इसे सीएचसी के रूप में इस्तेमाल किया जा सके।
उपायुक्त ने अपने पत्र में कहा है कि इमारत पूरी तरह से अनुपयोगी स्थिति में है क्योंकि साई ने आवश्यकता न होने के कारण भवन का अधिग्रहण नहीं किया क्योंकि उनके कर्मचारी खेल विभाग के स्टेडियम में विराजमान हैं और इसके लिए कोई अन्य लेने वाला नहीं है। सरकार ने महम में सीएचसी की मरम्मत के लिए एक करोड़ रुपये की मंजूरी दी है लेकिन इसमें लंबा समय लग सकता है जो इस समय कोविड की आसन्न तीसरी लहर को देखते हुए उचित नहीं है।
पत्र में कहा गया है कि यदि एसएआई छात्रावास भवन स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाता है, तो इससे न केवल मरम्मत के एक करोड़ रुपये की बचत होगी, बल्कि 6 करोड़ रुपये के ढांचे के उचित उपयोग की सुविधा भी होगी, जो उपयोग न करने और खराब होने और मूल्यह्रास के कारण खाली पड़ी है। हर गुजरते दिन के साथ।
स्टेडियम में रहते हैं कर्मचारी
कार्यवाहक जिला खेल अधिकारी शर्मिला राठी ने बताया कि खेल विभाग ने साई के लिए भवन का निर्माण किया था मगर भवन निर्माणाधीन होने के कारण रोहतक शहर के राजीव गांधी स्पोर्ट्स स्टेडियम में अपना केंद्र स्थापित कर लिया था। उन्होंने कहा कि अब साई के कर्मचारी स्टेडियम में काम करते हैं।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोविड की तीसरी लहर आने पर मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संख्या में बेड वाले अस्पताल की आवश्यकता होने की संभावना है। ऐसे में खाली पडे छात्रावास भवन को सीएचसी में बदलना अच्छा है।