गोहाना, 5 जून (निस)
बीपीएस महिला विश्वविद्यालय में अस्थाई सहायक प्रोफेसरों को नया वेतनमान देने की तैयारी चल रही है। सर्व कर्मचारी संघ और कुलपति के बीच हुई बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया। अभी विश्वविद्यालय के अस्थाई प्रोफेसरों को छठे वेतनमान के अनुसार 25 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। अब सातवें वेतनमान के अनुसार इन्हें 57700 रुपए दिए जाएंगे। जानकारी के साथ सभी सहायका प्रोफेसरों को नया वेतन एक साथ नहीं मिलेगा। बारी के हिसाब से विभाग इनको भुगतान करेगा। इसमें कितन समय लगेगा इस बात का खुलासा सोमवार को जारी होने वाले मिनट्स से होगा। महिला विश्वविद्यालय में विभिन्न संस्थानों में कुल 143 अस्थाई सहायक प्रोफेसर कार्यरत है। इन्हें छठे वेतन आयोग के हिसाब से 25 हजार रुपए एकमुश्त हर महीने दिए जा रहे हैं। 19 सितंबर 2019 को महिला विश्वविद्यालय ने सातवें वेतन आयोग के अनुरूप 57,700 रुपए का एकमुश्त मासिक वेतन तय कर दिया था। उसी साल 14 नवम्बर को हुई ईसी की बैठक में विश्वविद्यालय के आदेश पर मुहर भी लगा दी गई थी, लेकिन जब 16 महीने तक नए वेतन का भुगतान प्रारम्भ नहीं हुआ। 14 जनवरी 2021 को अस्थाई सहायक प्रोफेसर महिला विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेशद्वार पर अनिश्चितकालीन धरने और क्रमिक अनशन पर बैठ गए। सर्व कर्मचारी संघ ने भी आंदोलन को समर्थन दे दिया। एक जून 2021 को सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और अस्थाई सहायक प्रोफेसर कुलपति प्रो़ सुषमा यादव से मिले तो उन्होंने तीन दिन का समय मांग लिया।
कुलपति ने आश्वस्त किया कि वह व्यक्तिगत तौर से रूचि ले कर समाधान करवाएंगी। बैठक में सर्व कर्मचारी संघ से जिलाध्यक्ष राम मेहर शर्मा के साथ जयभगवान दहिया, शीलक राम मलिक, रमेश अत्री, ओम प्रकाश मलिक, धर्मपाल मलिक, सुरेश यादव और राम निवास आर्य आदि मौजूद थे।