चंडीगढ़, 3 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा की सभी प्रकार की इंडस्ट्री में सीएनजी और घरों में रसोई के लिए पीएनजी की सप्लाई पाइप के जरिये होगी। लोगों को गैस सिलेंडर से छुटकारा मिलेगा और वे पाइप के जरिये कीचन में गैस सप्लाई ले सकेंगे। प्रदेश के सभी शहरों में यह सुविधा उपलब्ध होगी। कई शहरों में इसकी सुविधा शुरू भी हो चुकी है। सरकार ने सभी गैस एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि वे निर्धारित समय में इंफ्रास्टक्चर तैयार करें।
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने सोमवार को इस संदर्भ में विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा गैस एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ चंडीगढ़ में अहम बैठक की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों में सीएनजी एवं नागरिकों को उनके घरों में जल्द ही पीएनजी गैस सप्लाई मुहैया करवाने की योजना पर कार्य कर रही है। इसलिए गैस एजेंसियां क्षेत्र अनुसार लक्ष्य निर्धारित कर संरचनात्मक ढांचा समयबद्ध तरीके से तैयार करें ताकि लोगों को वाणिज्यिक एवं घरेलू गैस कनेक्शन मुहैया करवाए जा सकें।
उन्होंने कहा कि गैस एजेंसियों की एनओसी संबंधी व अन्य आवश्यक समस्याओं के निवारण के लिए जल्द ही उद्योग विभाग द्वारा पोर्टल शुरू किया जाएगा। पोर्टल पर जीएमडीए, जिला परिषद के सीईओ, पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकाय, वन विभाग, लोक निर्माण (भवन एवं सड़कें) आदि विभागों को जोड़ा जाएगा ताकि गैस एजेंसियों को एनओसी संबंधी सभी सुविधाएं ऑनलाइन मिल सकें। गैस एजंेसियों के साथ जिला स्तर पर उद्योग विभाग के अधिकारी हर माह बैठक करके समीक्षा करेंगे और लोगों को जागरूक करने के लिए सेमिनार भी आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि गैस एजेंसियां क्लस्टर बनाकर समयबद्व ढंग से पाइप लाइन डालने का कार्य पूरा करें ताकि सीएनजी स्टेशन बनाए जा सकें। इसके बाद घरेलू पाइप लाइन और घरेलू कनेक्शन देने का कार्य भी जल्द ही पूरा किया जा सकेगा। मुख्य सचिव ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में नागरिकों को गैस सेवाएं सुलभ करवाने में एजेंसियां विशेष रूप से कार्य को प्राथमिकता प्रदान करें। इसके अलावा शेष राज्य में भी लक्ष्य निर्धारित कर कार्य को त्वरित गति प्रदान करे।
जीपीएस लोकेशन के साथ बिजली कनेक्शन के लिए कर सकेंगे आवेदन
गांवों के बाहर बने डेरों एवं ढाणियों में बिजली कनेक्शन लेने में आ रही दिक्कतों को दूर करते हुए बिजली निगमों ने बड़ा फैसला लिया है। 10 लोगों से अधिक के डेरों एवं ढाणियों में बिजली कनेक्शन देने का निर्णय सरकार ने लिया है। गांव की फिरनी से एक किमी के दायरे में बसे डेरों एवं ढाणियों में यह सुविधा दी जाएगी। ऐसी जगहों पर बिजली कनेक्शन चाहने वाले लोग अब आवेदन के साथ अपनी जीपीएस लोकेशन भी शेयर कर सकेंगे। जीपीएस लोकेशन के साथ आवेदन करने का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बिजली निगमों के अधिकारी व कर्मचारी कनेक्शन जारी करने में किसी तरह की आनाकानी नहीं कर सकेंगे। बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास ने मंगलवार को यहां बताया कि सरकार ने लालडोरा के साथ ढाणियों व डेरों में बिजली कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिए हैं। ढाणियों व डेरों के लिए बिजली के लिए आवेदन करने वाले लोगों को तुरंत कनेक्शन दे दिया जाएगा।