रेवाड़ी, 2 जुलाई (हप्र)
जिले के एक गांव में गर्भवती पत्नी के साथ क्रूरता की सारी हदों को पार करते हुए गर्म तेल से झुलसी गर्भवती पत्नी को इलाज उपलब्ध कराने की बजाय उसे कमरे में बंद कर दिया, जिससे उसका गर्भपात हो गया। पति ने तीन माह के भ्रूण को कूड़े के ढेर में फेंक दिया। पुलिस ने पति सहित चार लोगों पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उसके बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराने के बाद उपचार के लिए रोहतक भेज दिया।
यह मामला जिले के गांव कारोली का है और घटना 23 जून की है। नाहड़ चौकी पुलिस को दी शिकायत में नरेला दिल्ली की 20 वर्षीय विवाहिता चंदा ने कहा कि उसका विवाह गांव कारोली के कर्ण सिंह के साथ अक्तूबर 2021 में हुआ था। अगस्त 2022 में उसके बेटी हुई। बेटी के जन्म के बाद पति कर्ण सिंह, जेठ राजकुमार, सास माया व जेठानी मेघा उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। 23 जून को वह रसोई में कढ़ाई में तेल डालकर पूरी बना रही थी। वह चूल्हे से कढ़ाई को उतार जब ले जा रही थी तो अचानक पैर फिसलने से उबलता हुआ गर्म तेल उसके ऊपर आ गिरा। जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। वह दर्द से कराहती रही, लेकिन पति, सास, जेठ व जेठानी उसे अस्पताल ले जाने की बजाय उसे कमरे में बंद कर दिया।