फरीदाबाद, 15 मई (हप्र)
सूरजकुंड स्थित दयालबाग में एक मेडिकेयर सेंटर में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
दयालबाग के साउथ एंड इरोज गार्डन निवासी महिला पारुल के पति कर्म सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी को बीते कल लेबर पेन होने पर सूरजकुंड स्थित दयालबाग के एक मेडिकेयर सेंटर में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया गया था। उसकी पत्नी ने कल देर शाम 4 बजे नॉर्मल डिलीवरी से एक बच्ची को जन्म दिया। बच्ची लगभग साढ़े तीन किलो की थी और स्वस्थ थी, लेकिन उसकी पत्नी पारुल की लगातार तबीयत बिगड़ती जा रही थी जिसके बाद उन्होंने अस्पताल की डाक्टर को यह जानकारी दी। परिजनों ने बताया कि महिला डॉक्टर ने उनसे कहा कि आप घबराएं नहीं, वह मामले को संभाल लेंगी। लगभग 2 घंटे बाद डॉक्टर ने उनसे कहा कि उनकी पत्नी की लगातार तबीयत बिगड़ रही है इसलिए वह उसे किसी बड़े अस्पताल में ले जाएं। यह सुनकर उनके हाथ-पांव फूल गए और वह तुरंत दयालबाग स्थित सुप्रीम अस्पताल में अपनी पत्नी को लेकर गए। लेकिन तब तक पारुल की मौत हो चुकी थी।
कर्म सिंह ने आरोप लगाया कि मेडिकेयर सेंटर की डॉक्टर ने उनकी पत्नी को पहले एक दर्द का इंजेक्शन लगाया, फिर उसे नींद का इंजेक्शन लगा दिया। जिसके चलते उनकी पत्नी की गलत इलाज देने के चलते मौत हुई है जिसको लेकर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन अभी उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। कर्म सिंह के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि सिविल सर्जन द्वारा एक डॉक्टर की टीम इस मामले की जांच करेगी। जांच में यदि दोषी पाया जाता है तब जाकर डॉक्टर छवि अरुण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। कर्म सिंह ने मांग की कि इस मामले में पुलिस उचित कानूनी कार्रवाई करें। इस संदर्भ में जब मेडिकेयर सेंटर से जानकारी चाहिए तो वहां पर सम्पर्क नहीं हो पाया।