यमुनानगर,14 नवंबर (हप्र)
पंजाब और हरियाणा सहित देशभर के बिजली इंजीनियर संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को बिजली यूटिलिटी मुख्यालय और उत्पादन केंद्रों पर बिजली (संशोधन) विधेयक-2021 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के प्रवक्ता वीके गुप्ता ने रविवार को कहा कि बिजली (संशोधन) विधेयक-2021 का असली उद्देश्य उपभोक्ताओं को सस्ती और बेहतर सेवा पाने के उद्देश्य से अपने वितरक चुनने का विकल्प देने के झूठे बहाने के तहत बिजली वितरण का निजीकरण करना है।बिजली वितरण उस शहर या क्षेत्र में बिजली वितरण के लिए चुने गए किसी विशेष ऑपरेटर का एकाधिकार बन जाएगा। उन्होंने कहा कि बिजली क्षेत्र के मुख्य हितधारकों यानी बिजली उपभोक्ताओं और बिजली कर्मचारियों को संसद में रखने से पहले बिल पर अपना नजरिया जाहिर करने का उचित अवसर दिया जाना चाहिए।
इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल का विरोध
कुरुक्षेत्र (हप्र) : पंजाब और हरियाणा सहित देशभर के बिजली इंजीनियर संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन 29 नवंबर को बिजली यूटिलिटी मुख्यालय और उत्पादन केंद्रों पर बिजली (संशोधन) विधेयक-2021 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। वीके गुप्ता प्रवक्ता ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) ने रविवार को कहा कि बिजली (संशोधन) विधेयक-2021 का असली उद्देश्य उपभोक्ताओं को सस्ती और बेहतर सेवा पाने के उद्देश्य से अपने वितरक चुनने का विकल्प देने के झूठे बहाने के तहत बिजली वितरण का निजीकरण करना है।