चंडीगढ़, 11 मई (ट्रिन्यू)
पड़ोसी राज्यों के मुकाबले हरियाणा में बिजली की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है। अब शहरों में बिजली कट लगभग बंद हो चुके हैं। इंडस्ट्री को भी पूरी आपूर्ति शुरू हो गई है। प्रदेश में बिजली की डिमांड के हिसाब से राज्य ने प्रबंध भी कर लिए हैं। वहीं दूसरी ओर, चाइना से भी हिसार के खेदड़ पावर प्लांट के लिए पंप और राउटर आने का रास्ता साफ हो गया है।
हाल ही में चीन से हरियाणा सरकार को जवाब में ईमेल भेजा गया है। चीन की ओर से कहा गया है कि हरियाणा के खेदड़ प्लांट के लिए राउटर और पंप सप्ताह-दस दिन में ही डिस्पेच कर दिया जाएगा। दरअसल, खेदड़ प्लांट में चाइना की मशीनरी लगी हुई है। यहां की 600 मेगावाट की एक यूनिट पार्ट खराब होने की वजह से ही पिछले करीब तीन वर्षों से बंद है। चाइना में लॉकडाउन लगा होने की वजह से ये पार्ट्स आ नहीं रहे थे। हरियाणा की ओर से संबंधित कंपनी को बार-बार लिखा भी गया था लेकिन लॉकडाउन की वजह से ये पार्ट्स डिस्पेच नहीं हो रहे थे। बिजली मंत्री रणजीत सिंह का कहना है मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की दो कंपनियों के साथ सरकार ने तीन वर्षों के लिए 500 मेगावाट बिजली खरीदने का एग्रीमेंट किया हुआ है। इस खरीद को हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग मंजूरी भी दे चुका है। इसमें अड़चन यह आई कि एचईआरसी ने अप्रैल से लेकर अक्तूबर तक के पीक महीनों के लिए खरीद की मंजूरी दी है। बिजली मंत्री का कहना है कि प्रदेश में बिजली व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शुरू से ही काफी गंभीर है। सीएम के निर्देशों एवं प्लानिंग के चलते ही बिजली निगमों में लाइन लॉस 32 से घटकर 14 प्रतिशत के करीब आ गया है।