दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 31 मई
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहा चुनाव अब हाई-प्रोफाइल हो गया है। तीन उम्मीदवारों के चुनावी रण में आने से अब 10 जून को मतदान होना तय हो गया है। बेशक, अभी 3 जून तक सभी की नज़र रहेगी। 3 को नामांकन-पत्र वापस लेने का आखिरी दिन है लेकिन जिस तरह से भाजपा-जजपा गठबंधन के समर्थन से कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर परचा भरा है, उसे देखते हुए लगता नहीं कि अब कोई उम्मीदवार मैदान से हटेगा।
भाजपा प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार का पहली सीट पर चुना जाना लगभग तय है। वहीं दूसरी सीट पर कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को चुनावी रण में उतारा है। इस सीट पर दूसरे प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने आवेदन दाखिल किया है। कार्तिकेय को जजपा के 10 विधायकों ने समर्थन दे दिया है। रानियां से निर्दलीय विधायक व जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह के समर्थन के साथ कार्तिकेय ने अपना नामांकन-पत्र जमा भरा है।
कार्तिकेय शर्मा अगर मैदान में नहीं आते तो अजय माकन का राज्यसभा जाना तय हो जाता लेकिन अब चुनाव के हालात बन गए हैं। साथ ही, क्रॉस वोटिंग का खतरा भी अब बढ़ गया है। यह तय है कि बिना क्रॉस वोटिंग के कार्तिकेय की राहें आसान नहीं होंगी। वहीं दूसरी ओर, अजय माकन की राह में भी ‘रिश्तों’ की बड़ी बाधा होगी। विनोद शर्मा और अजय माकन के बीच नजदीकी रिश्तेदारी है।
राष्ट्रपति पंडित शंकर दयाल शर्मा की बड़ी बेटी गीतांजलि का विवाह अजय माकन के बड़े भाई ललित माकन के साथ हुआ था। वहीं विनोद शर्मा के छोटे भाई श्याम शर्मा पंडित शंकर दयाल शर्मा की छोटी बेटी जयश्री के पति हैं। यानी ललित माकन और श्याम शर्मा आपस में साढ़ू हुए। अब चूंकि विनोद शर्मा के छोटे बेटे कार्तिकेय चुनाव लड़ रहे हैं तो एक तरह से ‘रिश्ते’ भी इन चुनावों में दाव पर होंगे। ललित माकन और उनकी पत्नी का मर्डर हो गया था।
मंगलवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, सीएम मनोहर लाल खट्टर सहित उनके कैबिनेट सहयोगी व भाजपा विधायक कृष्णलाल पंवार का नामांकन-पत्र करवाने विधानसभा पहुंचे। वहीं विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन को साथ लेकर नामांकन के लिए पहुंचे। इस दौरान हरियाणा मामलों के प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा व कुलदीप बिश्नोई को छोड़कर कांग्रेस के सभी विधायक उनके साथ रहे।
वहीं जजपा के सहयोग से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में आए कार्तिकेय शर्मा के साथ कैबिनेट मंत्री चौ़ रणजीत सिंह, पुंडरी विधायक रणधीर सिंह गोलन, दादरी विधायक सोमबीर सिंह सांगवान सहित कई अन्य विधायक थे। बहरहाल, राज्यसभा के चुनाव रोचक हो गए हैं। चुनाव कार्यक्रम के तहत बुधवार को नामांकन-पत्रों की छंटनी होगी। 3 जून नामांकन-पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख है। दस जून को राज्यसभा सीटों के लिए मतदान होगा।
यह है चुनावी गणित
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में राज्यसभा की पहली सीट जीतने के लिए भाजपा को 31 विधायकों की जरूरत होगी। पार्टी के खुद के 40 विधायक हैं। इसलिए कृष्ण लाल पंवार को किसी तरह का जोखिम नहीं है। अजय माकन की जीत सुनिश्चित करने के बाद कांग्रेस को 30 विधायक चाहिएं। पार्टी के पास 31 विधायक हैं। आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई पार्टी नेतृत्व से नाराज़ चल रहे हैं। जजपा के 10 और सात निर्दलीय विधायक हैं। ऐलनाबाद से इनेलो के अभय सिंह चौटाला और सिरसा से गोपाल कांडा विधायक हैं। कार्तिकेय शर्मा को चुनाव जीतने के लिए 30 विधायक जुटाने होंगे। भाजपा के 9, जजपा के 10, सातों निर्दलीय तथा अभय चौटाला व गोपाल कांडा के भी समर्थन में आने पर यह संख्या 28 पहुंचती है। अब दो का जादुई आंकड़ा कैसे जुटाया जाता है, इस पर सभी की नज़र रहेगी।
कुलदीप के साथ भी रिश्तेदारी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा की विनोद शर्मा के साथ सीधी रिश्तेदारी है। कार्तिकेय शर्मा, कुलदीप शर्मा के दामाद हैं। वहीं दूसरी ओर, ‘आप’ नेता और पूर्व सांसद डॉ़ अशोक तंवर की भी माकन और विनोद शर्मा परिवार के साथ रिश्तेदारी है। तंवर की पत्नी अवंतिका माकन तंवर, अजय माकन के बड़े भाई ललित माकन की बेटी हैं। अजय माकन अशोक तंवर के चाचा ससुर लगते हैं। वहीं दूर के रिश्ते में कार्तिकेय शर्मा भी अवंतिका माकन के भाई हुए।