रेवाड़ी, 3 जुलाई (हप्र)
बावल के विधायक व कैबिनेट मंत्री डा. बनवारी लाल के गढ़ बावल में कांग्रेस समर्थित वीरेंद्र महलावत एडवोकेट के पालिका चेयरमैन चुने जाने के बाद रविवार को बावल में धन्यवाद जनसभा का आयोजन किया गया। इसमें राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, रेवाड़ी के विधायक चिरंजीव राव मुख्य रूप से शामिल हुए। शहीद भगत सिंह मार्ग पर पहुंचने से पहले बनीपुर चौक पर नेताओं का फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया गया।
जनसभा को संबोधित करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बावल पालिका के चेयरमैन पद पर कांग्रेस प्रत्याशी की जीत साफ संकेत दे रही है कि नगर निकाय चुनाव के परिणामों से प्रदेश की राजनीति में बदलाव शुरू हो गया है। प्रदेश के इन चुनावों में शहरी मतदाताओं ने भाजपा को नकार दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि बावल पालिका के साथ ग्रांट देने में व अन्य किसी तरह का भेदभाव किया गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा और विधानसभा से लेकर संसद तक में आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बावल के साथ भेदभाव नहीं होने देंगे। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राज्यसभा चुनावों में हमारे प्रत्याशी को रोकने के लिए नकारात्मक शक्तियां एक हो गई। हमारी पार्टी से भी एक वोट सत्ता पक्ष को चला गया। जो भाई अभय चौटाला व अजय चौटाला आपस में बात नहीं करते, उन्होंने भी सत्ता पक्ष को समर्थन दिया। नकारात्मक शक्तियों के एक होने को हम अपनी नैतिक जीत मानते हैं। अग्निपथ योजना की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के हित में नहीं है। विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि मतदाता अब भाजपा के बहकावे में आने वाले नहीं हैं। इस मौके पर विधायक चिरंजीव राव, पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा, बावल के पालिका चेयरमैन वीरेंद्र एडवोकेट, वेदप्रकाश विद्रोही, कुलदीप ढिल्लो, भरत सिंह तोंगड़, दिनेश ठेकेदार, सुधीर चौधरी, अमृतकला टिकानिया, शकुंतला भांडोरिया, आरपी सिंह, लवली यादव आदि मौजूद थे।
भूमि अधिग्रहण के खिलाफ धरने पर पहुंचे दीपेंद्र
गुरुग्राम (हप्र): राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कासन, सहरावन, कुकडौला गांव की 1810 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को रद्द करने के लिए चल रहे अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंचकर ग्रामीणों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सरकार जन-भावनाओं का संज्ञान लेते हुए प्रभावित लोगों से बात कर जायज मांगों का समाधान करे। इस दौरान उन्होंने साढ़ौरा विधायक रेणु बाला को जान से मारने की धमकी देकर 25 लाख की फिरौती मांगने की घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि ये हरियाणा की ध्वस्त कानून-व्यवस्था का प्रतीक है। जब विधायक ही सुरक्षित नहीं हैं तो आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा। उन्होंने सरकार से तुरंत पूरे मामले की गहराई से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही विधायक रेनू बाला की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।