सोनीपत, 23 अक्तूबर (हप्र)
खरखौदा के बहुचर्चित शराब घोटाले के मामले में एनवी डिस्टलरी के मालिक को पुलिस वारंट पर लाने की तैयारी कर रही है ताकि इस प्रकरण में उनकी भूमिका की जांच हो सके। हालांकि करीब चार माह की कार्रवाई के दौरान पुलिस केवल कंपनी को नोटिस तक ही सीमित रही है।
पानीपत पुलिस ने एनवी डिस्टलरी के मालिक अशोक जैन को गिरफ्तार करके रिमांड पर लिया, तो सोनीपत पुलिस पर दबाव बढ़ने लगा है। ऐसे में पुलिस ने तय किया है कि वह भी एनवी के मालिक अशोक जैन पर वारंट पर लाकर पूछताछ करेंगे। एनवी की भूमिका पहली बार संदिग्ध तौर पर सामने नहीं आई है, बल्कि पूर्व में 2018 के दो मामलों में भी इस डिस्टलरी का नाम आया था। ये अलग बात यह है कि यह जांच भी आज तक दबी हुई है। अब इन दोनों ही मामलों में एनवी के मालिक से पुलिस पूछताछ की तैयारी कर रही है।
लॉकडाउन के दौरान पकड़ी थी शराब
सोनीपत के खरखौदा में लॉकडाउन की अवधि के दौरान तस्करी में पकड़ी गई शराब को लेकर बड़ा खेल हुआ था। ये मामला उजागर हुआ, तो इस तरह के कई मामले प्रदेश में सामने आए थे। इसमें सिसाना गांव निवासी मुख्य आरोपी भूपेंद्र को चंडीगढ़ से एसआईटी ने काबू कर लिया था। साथ ही तत्कालीन खरखौदा के थाना प्रभारी जसबीर सिंह को इस मामले में बर्खास्त किया जा चुका है और 10 अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज है। इसके साथ ही सात पुलिस कर्मियों पर विभागीय जांच पूरी हो चुकी है, तो एक एसआई की बर्खास्तगी को लेकर उच्च स्तर पर फाइल चल रही है। संभव है कि इन पर भी जल्द ही कार्रवाई हो।
एनवी डिस्टलरी की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस जल्द ही आरोपी अशोक जैन को वारंट पर लाएगी और उनसे पूछताछ की जाएगी। पहले 2018 के मामलों में भी अशोक जैन उनके यहां वांछित है। खरखौदा का मामला अलग है और इन दोनों मामलों में पुलिस पूछताछ करेगी। इसमें किसी तरह की ढील पुलिस ने नहीं बरती है, बल्कि लगातार कार्रवाई की जा रही है।
-जोगेंद्र सिंह राठी, डीएसपी, एसआईटी