दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 जून
अवैध शराब बिक्री मामले में अब पुलिस और एक्साइज विभाग ने तेवर कड़े कर लिए हैं। इस बार के लॉकडाउन के शराब तस्करी के मामलों को लेकर शुरू से ही सख्त नजर आ रहे गृह मंत्री अनिल विज पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। झज्जर जिले की जिस डिस्टिलरी की अवैध शराब प्रदेश में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर पकड़ी गई है, उस डिस्टिलरी से पुलिस जवानों को हटा दिया है। उनकी जगह अब पूर्व फौजी यानी स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) नजर रखेंगे।
विगत दिवस एपिसॉड और रॉयल ग्रीन व्हिस्की ब्रांड के होलोग्राम नकली निकलने की रिपोर्ट पर गृह मंत्री अनिल विज ने कड़ा नोटिस लेते हुए इस बाबत डीजीपी मनोज यादव को पत्र लिखा है। दैनिक ट्रिब्यून द्वारा मंगलवार को प्रकाशित ‘हरियाणा में नकली होलोग्राम लगा बेची जा रही थी दो नंबर की शराब’ खबर को साथ भेजते हुए विज ने इस पूरे मामले की जांच करने के आदेश डीजीपी को दिए हैं। उन्होंने एक सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट भी तलब की है।
सूत्रों का कहना है कि विज के आदेशों के बाद डीजीपी ने हैदराबाद लैब की रिपोर्ट को लेकर आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी से भी बात की और उनसे रिपोर्ट की कॉपी मांगी, जिससे विभिन्न थानों में अवैध शराब को लेकर दर्ज एफआईआर में नयी धाराएं जोड़ी जा सकें। इतना ही नहीं, फतेहाबाद के एसपी ने आबकारी एवं कराधान आयुक्त से भूना पुलिस द्वारा पकड़ी गई शराब के होलोग्राम की रिपोर्ट को लेकर बात की है। बताते हैं कि इसी सप्ताह में यह रिपोर्ट भी हैदराबाद लैब से आ सकती है।
इस बीच, पुलिस ने झज्जर की डिस्टलरी में तैनात पुलिस स्टाफ को हटा दिया है। उनकी लापरवाही के चलते यह फैसला लिया है। पुलिस जवानों की जगह अब पूर्व सैनिकों को डिस्टलरी में तैनात किया है ताकि अवैध तरीके से शराब डिस्टिलरी से बाहर न निकल सके। इधर, एक्साइज डिपार्टमेंट ने सिद्दीपुर लोवा (बहादुरगढ़) में अंग्रेजी शराब ठेके का लाइसेंस रद्द कर दिया है। ठेके की सिक्योरिटी भी जब्त कर ली है। यह ठेका राकेश कुमार के नाम पर था।
राकेश कुमार के नाम पर ही बहादुरगढ़ में एल-1 गोदाम भी है। डिपार्टमेंट की ओर से इस एल-1 का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। प्रदेश में पिछले महीनेभर के दौरान सात से अधिक जगहों पर
भारी मात्रा में अवैध शराब
पकड़ी गई। आरोप हैं कि अधिकांश शराब झज्जर की ही डिस्टिलरी से निकली थी। इस डिस्टिलरी के दो ब्रांड – एपिसॉड व रॉयन ग्रीन व्हिस्की को ब्लैक लिस्टेड किया जा सकता है। इन दोनों ही ब्रांड की व्हिस्की के होलोग्राम निकली मिले हैं। विभाग द्वारा अंदरखाने इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
फिर पकड़ी फतेहाबाद में शराब
लगातार पकड़ी जा रही शराब और पुलिस कार्रवाई के बीच फतेहाबाद पुलिस फिर से शराब का जखीरा पकड़ चुकी है। सोमवार को पुलिस ने 200 से अधिक शराब की पेटियां पकड़ीं। इनमें से 100 पेटी एपिसॉड व्हिस्की की हैं, जिसके होलोग्राम के सैंपल पहले भी फेल हो चुके हैं। 110 पेटी मूनवॉक की भी पकड़ी हैं, जो हरियाणा में पास ही नहीं है।
गठबंधन सरकार घोटालों की सरकार बनकर रह गई है। पिछले साल भी शराब घोटाला हुआ और इस बार भी लॉकडाउन में मिलीभगत से अवैध तरीके से शराब बेची गई। बिना सरकारी संरक्षण के शराब माफिया इस तरह से हावी नहीं हो सकता।
-रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव
लॉकडाउन में शराब ठेकों के बंद होने के बावजूद अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निपटी है। नकली होलोग्राम मामले में डीजीपी को जांच करके विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। उन्हें एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है।रिपोर्ट रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई होगी।
-अनिल विज, गृह मंत्री