रोहतक, 5 नवंबर (हप्र/निस)
रोहतक के किलोई गांव में शुक्रवार को भाजपा नेताओं और किसानों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। केदारनाथ में आयोजित प्रधानमंत्री का लाइव कार्यक्रम देखने के लिए किलोई भाजपा मंडल की तरफ से गांव के प्राचीन शिव मंदिर में आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, संगठन मंत्री रविन्द्र राजू, मेयर मनमोहन गोयल और राजकमल सहगल सहित पार्टी के कई भाजपा नेता पहुंचे थे। इस दौरान किसानों को सूचना मिली तो वे मंदिर के बाहर एकत्रित होने लगे। देखते ही देखते वहां पर किसानों का जमावड़ा लग गया और किसानों ने मंदिर के मेन गेट को बंद कर भाजपा नेताओं को बंधक बना लिया।
मौके पर मौजूद कुछ पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिसकर्मी कुछ नहीं कर पाए। मामले की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस के आला अधिकारी भी गांव पहुंच गए और उन्होंने किसानों से बातचीत की, लेकिन किसानों ने पुलिस प्रशासन के सामने यह शर्त रखी कि जब तक भाजपा नेता माफी नहीं मांगते, उन्हें रिहा नहीं किया जाएगा। प्रशासन के अधिकारियों ने भाजपा नेताओं से सम्पर्क किया और इस बारे में बताया, लेकिन भाजपा नेताओं ने माफी मांगने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज करने की भी तैयारी की है, लेकिन अभी तक पुलिस को लिखित में शिकायत नहीं मिली है।
तीन जिलों के एसपी व करीब आठ सौ पुलिसकर्मी रहे तैनात
भाजपा नेताओं को बंधक बनाए जाने के बाद स्थिति संभालने के लिए रोहतक, झज्जर व सोनीपत के पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। उनके अलावा करीब आठ सौ पुलिसकर्मी सहित तमाम थाना प्रभारी व डीएसपी मौके पर मौजूद रहे। मामला शांत होने के बाद ही पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
किसानों ने फिर दी चेतावनी
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने एक बार फिर भाजपा नेताओं को चेताया कि आगे से वह किसी भी गांव में कार्यक्रम में न पहुंचे, अन्यथा इसी तरह से उनका विरोध किया जाएगा।
वहीं भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने मामले में कहा कि इस तरह की घटना समाज के लिए सही नहीं है। विपक्षी पार्टियों के बहकावे में आकर कुछ लोगों द्वारा प्रदेश में भाईचारे को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। शिव मंदिर किलोई में जो नेता पहुंचे थे उनमे प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, भाजपा संगठन मंत्री रविंद्र राजू, किलोई से चुनाव लड़ चुके सतीश नांदल, रोहतक नगर निगम मेयर मनमोहन गोयल, जिला अध्यक्ष अजय बंसल, महिला मोर्चा अध्यक्ष उषा शर्मा, पूर्व विधायक कलानौर से सरिता नारायण, पूर्व महिला जिला अध्यक्ष आशा शर्मा, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नवीन ढुल, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष मनीष दांगी, पदम ढुल, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष राजकुमार बधवार व अन्य शामिल हैं।
माफी मांगी या नहीं पर फंसा पेच
भाजपा नेताओं को रिहा करने के लिए किसानों ने शर्त रखी थी कि नेता माफी मांगे। करीब सात घंटे बाद शाम को जब स्थिति तनावपूर्ण होने लगी तो पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, सतीश नांदल व अन्य नेता मंदिर की बालकनी में आए और पूर्व मंत्री ने हाथ जोड़कर राम-राम की। इसके बाद किसान शांत हो गए। पूर्व मंत्री का कहना है कि उन्होंने तो राम-राम की थी, न की माफी मांगी है। किसानों ने नेताओं की गाड़ियों की हवा निकाल रखी थी। बाद में भाजपा नेता प्रशासन की गाड़ियों में वहां से निकले हैं।
गलतफहमी से उत्पन्न विवाद : ग्रोवर
शिव मंदिर से बाहर आने के बाद पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि गलतफहमी के चलते ही यह विवाद उत्पन्न हुआ था। उन्होंने कहा कि जैसे ही ग्रामीणों को वास्तविकता का आभास हुआ सारा मसला तुरंत हल हो गया। उन्होंने कहा कि हुड्डा खाप के कुछ लोग उनके पास आए थे और उन्होंने कहा कि बस एक बार आप बालकनी से सबको राम-राम कर दो। हमने राम-राम कर दी और मामला खत्म हो गया। हमने किसी से कोई माफी नहीं मांगी है ना ही मामला माफी मांगने का था। पूरा मामला गलतफहमी का था जो दूर की जा चुकी है।