अम्बाला शहर, 22 दिसंबर (हप्र)
चुनाव प्रचार के लिए अम्बाला शहर पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहरलाल को मंगलवार को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अग्रसेन चौक के पास दोनों फ्लाई ओवरों पर किसानों ने नारेबाजी करके व काले झंडे दिखाकर न केवल मुख्यमंत्री का विरोध किया अपितु उनके काफिले की गाड़ियों पर डंडे भी बरसाए। इस दौरान अराजकता की स्थिति भी बन गई। सीएम के दौरे को लेकर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के प्रबंध किए हुए थे लेकिन किसानों की भीड़ के सामने उनकी एक नहीं चली। यदि पुलिस ने संयम से काम नहीं लिया होता तो दिक्कत काफी बढ़ सकती थी। पुलिस के आलाधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की कमान अपने हाथ लिये हुए थे।
मुख्यमंत्री के आज शहर के विभिन्न हिस्सों में कई कार्यक्रम थे, इस दौरान उन्होंने शिक्षणा संस्थानों के प्राचार्यों, व्यापारियों, वकीलों आदि से अलग अलग बैठकें लेनी थी साथ ही गीता नगरी और मानव चौक पर दो चुनावी सभाओं को संबोधित भी करना था। सीएम के कार्यक्रमों की जानकारी मिलने पर भाकियू के जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिंह मानकपुर, हरकेश मोहड़ी, सुखविद्र जलबेड़ा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान अग्रसेन चौक के पास एकत्र हो गए। किसानों ने हाथों में भारतीय किसान यूनियन व काले झंडे लिये हुए थे। किसानों ने अंबाला में लगे भाजपा के सारे झंडे व पोस्टर फाड़ डाले। जब सीएम का काफिला अग्रसेन चौक के पास पहुंचा तो किसान उग्र हो गये। यहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था, लेकिन किसानों की तादाद पुलिस पर भारी पड़ी। किसानों ने सीएम को काले झंडे दिखाये, सीएम की गाड़ी पर डंडे भी मारे। पुलिस को किसानों को रोकने के लिए मामूली बल प्रयोग भी करना पड़ा। खुद सीएम के कमांडो गाड़ी से उतरे और सीएम की गाड़ी के लिए रास्ता बनाने की कोशिश की। इस दौरान एक बार काफिले को अमर पैलेस होटल की ओर मोड़ दिया गया उसके बाद पुराने हिसार रोड पुल से सीएम की गाड़ी को रवाना किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बार बार कह रहे हैं कि दिल्ली आंदोलन में हरियाणा का कोई किसान नहीं है क्योंकि प्रदेश के किसान खुश है। उनके इसी झूठ का पर्दाफाश करने के लिए किसानों ने आज शांतिपूर्वक ढंग से सीएम को काले झंडे दिखाने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन पुलिस ने उनके वाहनों कोरोक कर काले झंडे उतार दिए जिससे किसानों में रोष उत्पन्न हो गया।
हिसार रोड जाम
भाकियू नेताओं ने कहा कि तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा, जहां जहां भाजपा चुनाव लड़ेगी वहां वहां विरोध करेंगे। इस दौरान हिसार रोड पर भारी जाम लग गया।