हिसार, 4 जुलाई (हप्र)
पिछले करीब 15 दिनों से अपनी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनवाने को लेकर खेल अधिकारियों के दफ्तरों में धक्के खा रहे गांव मोडाखेड़ा व ढाणी मोहब्तपुर के रहने वाले बेसबॉल के राज्यस्तरीय खिलाड़ियों ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना लगा दिया। आरोप है कि ओलंपिक संघ ने बेसबॉल खेल को मान्यता नहीं दी हुई है जिसके कारण इनके सर्टिफिकेट नहीं बनाए जा रहे हैं। बेसवॉल खिलाड़ी पूजा, जतिन और निशा ने बताया कि वो पिछले 15 दिनों से अपनी राज्यस्तरीय बेसवाल पोजिशन का ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अधिकारियों के दफ्तरों में धक्के खा रहे हैं। महावीर स्टेडियम के जिला खेल अधिकारी उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। खिलाड़ी पूजा का कहना है कि 27 जून को डीसी उत्तम सिंह से मिले थे और एक ज्ञापन भी सौंपा था। डीसी ने उसी दिन सभी वंचित खिलाड़ियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट जारी करने के मौखिक आदेश उनके सामने स्टाफ को दिए थे लेकिन खेल अधिकारियों ने इस पर भी कोई कारवाई नहीं की।
खिलाड़ी पूजा, जतिन और निशा ने कहा की जिस दिन ग्रेडेशन सर्टिफिकेट महावीर स्टेडियम स्थित खेल विभाग के कार्यालय में बनाए जा रहे थे, उसी दिन वो भी वहां मौजूद थे। उस दिन खेल अधिकारियों ने कहा था कि शाम तक उनके ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बना दिए जाएंगे। लेकिन उनके साथ आए अन्य सभी खिलाड़ियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनाकर जारी कर दिए गए लेकिन नौ खिलाड़ियों के नहीं बनाए गए। जब उन्होंने अधिकारियों से इसका कारण पूछा तो बताया गया कि सरकार की हिदायत आई है कि बेसबॉल खेल इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन से मान्यता प्राप्त नहीं है, इसलिए ग्रेडेशन सर्टिफिकेट जारी नहीं हो सकते। धरने पर पहुंचे भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष प्रदीप भांखड, जितेंद्र बेदी, छात्र नेता अमित जाटव ने कहा कि मोडाखेड़ा के राज्यस्तरीय बेसवाल खिलाड़ियों से ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के नाम पर पैसे मांगे जा रहे है। खट्टर सरकार को इन आधिकारियों और विभाग पर विजिलेंस जांच बैठाकर पड़ताल करवानी चाहिए।